चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर से भेजे गए वीडियो के दावे के साथ वायरल क्लिप अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की तरफ से मंगल ग्रह पर भेजे गए क्यूरोसिटी रोवर का है, जिसे चंद्रयान-3 के नाम पर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारत के चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर अपना काम शुरू कर चुका है। रोवर लगातार वहां से वीडियो और तस्वीरों को भेज रहा है, जिसे भारत की स्पेस एजेंसी की तरफ से जारी किया जा रहा है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह प्रज्ञान रोवर की तरफ से भेजा गया वीडियो है, जिसमें चांद की सतह पर मौजूद पथरीला नजारा दिखाई दे रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा फुटेज चंद्रयान-3 मिशन से संबंधित नहीं है और न ही यह चांद की सतह का वीडियो है। वायरल वीडियो क्लिप वास्तव में मंगल ग्रह पर भेजे गए क्यूरोसिटी रोवर का है।
सोशल मीडिया यूजर ‘दादा श्रीनिवास तिवारी Fan’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “Chandrayaan 3 sent first moon video after landing.” (“चंद्रयान 3 ने लैंडिंग के बाद चंद्रमा का पहला वीडियो भेजा।”)
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
वायरल वीडियो में पथरीली सतह नजर आ रही है और दावा किया जा रहा है कि यह चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर की तरफ से भेजा गया वीडियो है।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो की तरफ से लगातार प्रज्ञान रोवर की तरफ से भेजी जा रही तस्वीरों और वीडियो को अपडेट किया जा रहा है। इसरो अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के साथ अपनी वेबसाइट पर चंद्रयान-3 की गैलरी में संबंधित तस्वीरों और वीडियो को अपडेट कर रहा है। वेबसाइट पर प्रज्ञान रोवर की तरफ से भेजी गई तीन तस्वीरें मौजूद हैं, जो कहीं से भी वायरल वीडियो में नजर आ रहे विजुअल्स से मेल नहीं खाती है।
इसरो ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से 27 अगस्त 2023 को भेजी गई दो तस्वीरों को साझा किया है, जो रोवर के रास्ते में आए 4 मीटर के व्यास वाले क्रेटर के बारे में जानकारी देता है।
26 अगस्त को इसरो ने अपने आधिकारिक हैंडल से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद शिव शक्ति प्वाइंट के आस-पास प्रज्ञान रोवर के घूमने के छोटे वीडियो को जारी किया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई समेत अन्य भारतीय न्यूज चैनलों ने भी प्रज्ञान रोवर के लैंडर से बाहर निकलने और उसकी रोमिंग के वीडियो को साझा किया है।
किसी भी उपलब्ध वीडियो में नजर आ रहा दृश्य वायरल वीडियो से मेल नहीं खाता है। स्पष्ट है कि वारल वीडियो का चंद्रयान-3 से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो में हमें 11 सेकेंड के फ्रेम में “The scene was captured with the Curiosity Rover’s” लिखा हुआ नजर आया।
NASA मार्स एक्सप्लोरेशन की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, मार्स क्यूरोसिटी रोवर मंगल ग्रह पर अब तक भेजा गया सबसे बड़ा और सक्षम रोवर है।
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ‘Tavi Technical Space’ नाम के यू-ट्यूब चैनल पर तीन हफ्ते पहले अपलोड किया गया वीडियो मिला, जो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन है। वायरल वीडियो वाले क्लिप को 0.25 सेकेंड के फ्रेम से देखा जा सकता है। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह मार्स के रोवर कैमरे से बनाया गया वीडियो है।
mars.nasa.gov की वेबसाइट पर क्यूरोसिटी रोवर के बनाए गए अन्य वीडियो और खींची गई तस्वीरों को देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो को लेकर हमने डिफेंस और एयरोस्पेस एक्सपर्ट गिरीश लिंगन्ना से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 से संबंधित सभी वीडियो और तस्वीरों को इसरो की तरफ से उसके आधिकारिक हैंडल पर ही जारी किया जा रहा है।
चंद्रयान-3 से संबंधित अन्य भ्रामक और फेक दावों की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 10 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर से भेजे गए वीडियो के दावे के साथ वायरल क्लिप अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की तरफ से मंगल ग्रह पर भेजे गए क्यूरोसिटी रोवर का है, जिसे चंद्रयान-3 के नाम पर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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