Fact Check : ट्रेनों को बंद करने की तीन साल पुरानी खबर अब फर्जी दावे के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो दावा फर्जी और बेबुनियाद साबित हुआ। लोगों में भ्रम फैलाने के लिए एबीपी न्‍यूज की पुरानी खबर को कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक न्‍यूज चैनल की पुरानी खबर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो दावा फर्जी और बेबुनियाद साबित हुआ। लोगों में भ्रम फैलाने के लिए एबीपी न्‍यूज की पुरानी खबर को कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज ‘इंडिया आज’ ने 20 जनवरी को एक न्‍यूज चैनल की खबर को अपलोड करते हुए दावा किया, ‘Indian Railways Cancels All Passenger Trains Till March 31.’

इस वीडियो पर‘भारतीय रेलवे ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया’ लिखा गया।

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च टूल का सहारा लिया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो। जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इससे हमें यह समझ में आया कि वायरल खबर उस वक्‍त की है, जब कोविड अपने चरम पर था।

सर्च को आगे बढ़ाते हुए यूट्यूब पर वायरल वीडियो को खोजना शुरू किया। एबीपी न्‍यूज के यूट्यूब पर 22 मार्च 2020 पर असली खबर मिली। इस खबर को देखने के बाद यह स्‍पष्‍ट हो गया कि 2020 में कोविड की भयावहता के बीच के सामुदायिक विस्‍तार को रोकने के लिए उस वक्‍त सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। पूरी खबर को यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना के साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई खबर तीन साल पुरानी है।

पड़ताल के अंतिम चरण में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक पेज ‘इंडिया आज’ की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि इसे 81 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि 31 मार्च तक ट्रेनों के बंद होने की खबर कोरी अफवाह है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग एक न्‍यूज चैनल की तीन साल पुरानी खबर को अभी की बताकर वायरल कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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