ओप्पो की 22 वीं वर्षगांठ को लेकर वायरल हो रहा यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें कहा गया है कि मोबाइल कंपनी ओप्पो अपनी 22 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक सर्वे कर रहा है और लोगों को मुफ्त फ़ोन जीतने का मौका दे रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह लिंक एक संदिग्ध वेबसाइट पर रिडायरेक्ट करता है। यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।
वॉट्सऐप पर साझा की गई इस पोस्ट में लिखा है: “OPPO’s 22nd Anniversary Win Free Oppo Phone Click blue line to win https://phd.growlearning.n/ (हम अपने उपयोगकर्ताओं को किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं)।
विश्वास न्यूज ने मैसेज में दिए गए लिंक को चेक कर पोस्ट की पड़ताल की। लिंक का यूआरएल ओप्पो की वेबसाइट का नहीं है। सुरक्षा कारणों से हमने इस लिंक पर क्लिक नहीं किया।
ओप्पो कंपनी के बारे में ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि यह कंपनी चीन में 2004 में लांच की गयी थी। यानी कि 2022 में इसकी 22 वीं वर्षगाँठ नहीं।
विश्वास न्यूज ने ओप्पो के मीडिया रिलेशन्स डिपार्टमेंट से संपर्क किया। हमें बताया गया, “वायरल पोस्ट एक स्कैम है और यूजर को ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।”
हमने इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और लोक शिकायत समिति, राजस्थान सरकार के पूर्व आईटी सलाहकार आयुष भारद्वाज से संपर्क किया।उन्होंने कहा, “किसी भी यूजर को सबसे पहले संदेशों को और साथ दिए गए यूआरएल को ध्यान से देखना चाहिए। किसी को हैक करने का सबसे आसान तरीका है आकर्षक ऑफ़र के साथ दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजना। यह एक प्रकार की सोशल इंजीनियरिंग है, जहां उपयोगकर्ताओं को पोस्ट पढ़ने और वायरस वाले लिंक पर क्लिक करने के लिए आकर्षक ऑफ़र द्वारा उकसाया जाता है। लिंक पर क्लिक करने के बाद, उपयोगकर्ता के मोबाइल में वायरस इंस्टॉल हो जाता है और उनके साथ धोखा हो सकता है। अपने आप को ऐसे ठगों से सुरक्षित रखने के लिए इन प्वाइंट्स का ध्यान रखें: • कभी भी किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें• अपने ब्राउज़र को अपडेट रखें• आकर्षक ऑफ़र वाले छोटे URL या लिंक पर कभी भी क्लिक न करें• अपने वॉट्सऐप और सोशल मीडिया अकाउंट पर हमेशा टू-वे ऑथेंटिकेशन इनेबल रखें।• अज्ञात प्रेषकों के संदेश में किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।”
विश्वास न्यूज ने ओप्पो की आधिकारिक वेबसाइट को भी चेक किया और पाया कि वायरल लिंक आधिकारिक वेबसाइट का नहीं है।
आधिकारिक वेबसाइट या इसके किसी सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसे किसी सर्वे के बारे में हमें कोई पोस्ट नहीं मिली।
इस पोस्ट को फेसबुक पर Shiva Singh नाम के यूजर ने शेयर किया था। प्रोफइल के अनुसार, यूजर के 1500 फेसबुक फ्रेंड्स है।
निष्कर्ष: ओप्पो की 22 वीं वर्षगांठ को लेकर वायरल हो रहा यह दावा फर्जी है। पोस्ट एक स्कैम है और उपयोगकर्ताओं को लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की सलाह देते हैं।
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