Fact Check: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के नाम से वायरल किया जा रहा बयान फर्जी है

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के नाम से वायरल किया जा रहा बयान विश्वास न्यूज की जांच में फर्जी निकला। दक्षिण दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। रमेश बिधूड़ी ने स्वयं इस दावे का खंडन करते हुए पोस्ट शेयर की थी। यह बयान बहुत पहले से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में बसपा सांसद को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से वह सुर्खियों में बने हुए हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर रमेश बिधूड़ी के नाम से एक बयान वाली पोस्ट शेयर की जा रही है, जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने यूपी और बिहार के लोगों को दिल्ली से भगा देने की अपील की है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे सच मानते हुए वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यहा दावा गलत निकला। दक्षिण दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह बयान कई साल से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। रमेश बिधूड़ी ने स्वयं इसका खंडन किया है।

क्या है वायरल पोस्ट ?

फेसबुक यूजर ‘अनिल अरुण‘ (आर्काइव लिंक) ने 25 सितंबर को वायरल बयान के पोस्ट को शेयर किया है और लिखा है, “बिहार यूपी के अंधभक्तों को इस खबर को जरूर पढ़नी चाहिए !मोदी जी तो एक राष्ट्र श्रेष्ठ भारत की जलेबी निकलाते हैं फिर भी यह बिहार यूपी के लोगों को दिल्ली से भगाने की बात कर रहा है !”

फेसबुक पर कुछ अन्य यूजर्स इस को सच समझकर शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें वायरल दावे की पुष्टि करती हुई कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, पर सर्च के दौरान हमें पता चला कि ये बयान कई साल से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।

पड़ताल के दौरान हमें पता चला कि भोजपुरी स्टार एवं दिल्ली सांसद मनोज तिवारी के एक्स हैंडल से भी इस बारे में पोस्ट (आर्काइव लिंक) की गई है। पोस्ट में अलग-अलग अख़बारों की कटिंग मौजूद है। पोस्ट के साथ लिखा गया है, “इतना बड़ा साज़िश हुआ दिल्ली में.. @rameshbidhuri ने ऐसा कुछ कहा ही नहीं.. दिल्ली में गुजरात जैसा साजिश रचा गया विपक्षी पार्टियों द्वारा दंगा कराने का जो असफल कर दिया गया .. इसे सभी के द्वारा गंभीरता से लिया जाना चाहिए।”

13 अक्टूबर 2018 को रमेश बिधूड़ी ने अपने एक्स हैंडल से वायरल बयान का खंडन करती एक पोस्ट शेयर की थी। उन्होंने वायरल पोस्ट को फर्जी बताते हुए लिखा, “सत्ता की लोलुपता में लोग कितना गिर सकते हैं , अभी मुझे जानकारी मिली कि सोशल मीडिया पर मेरे नाम से यूपी,बिहार निवासियों के लिए बयान दिया बताया, जबकि ना किसी अखबार का नाम दिया गया और ना छापने वाले का, ऐसा 25 जून को भी अखबार की फर्जी कटिंग को आप के प्रवक्ता ने चलाया था”

इस पोस्ट के बाद सांसद रमेश बिधूड़ी ने अपने एक्स हैंडल (ट्विटर) से वायरल दावे का खंडन करती हुई एक और पोस्ट शेयर की थी। जिसे यहां देखा जा सकता है। रमेश बिधूड़ी ने अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से भी वायरल दावे का खंडन करती हुई पोस्ट शेयर की थी। 

इस बयान का खंडन करती हुई पोस्ट को बीजेपी दिल्ली ने 13 अक्टूबर 2018 को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से भी शेयर किया था। पोस्ट को शेयर कर लिखा गया था, “कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर चलाई जा रही इस ख़बर का दिल्ली भाजपा खंडन करती है। यह ख़बर पूरी तरह झूठी और निराधार है और एक सोची-समझी साजिश के तहत अपनी राजनीति के लिए समाज को बाँटने वालों द्वारा फैलाई जा रही है। इसका भाजपा या उसके किसी नेता से कोई संबंध नहीं है।”

जैसा कि सर्च में पता चला कि यह बयान पहले भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उस समय विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी। आप हमारी उस फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ सकते हैं।

इस बारे में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री का कहना है, “इस तरह का फर्जी बयान पहले भी वायरल हो चुका है। पार्टी इसका खंडन कर चुकी है।”

अंत में वायरल बयान को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। पता चला कि यूजर को 2,526 लोग फॉलो करते हैं। ।

निष्कर्ष: भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के नाम से वायरल किया जा रहा बयान विश्वास न्यूज की जांच में फर्जी निकला। दक्षिण दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। रमेश बिधूड़ी ने स्वयं इस दावे का खंडन करते हुए पोस्ट शेयर की थी। यह बयान बहुत पहले से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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