विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। ये तस्वीरें हालिया नहीं हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर एक कोलाज वायरल हो रहा है, जिसमें एक इमारत से एक व्यक्ति को यूक्रेन के झंडे को हटाकर सोवियत संघ का झंडा लगाते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट को सांझा कर दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें हालिया हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये तस्वीरें हालिया नहीं हैं।
सोशल मीडिया पेज ‘Myrna J. Minkoff ने वायरल तस्वीरों (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”The red flag changed the Ukrainian flag over the Ilyich plant in Mariupol।” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “मारियुपोल में इलिच संयंत्र पर यूक्रेनी ध्वज को लाल झंडे से बदल दिया गया।”
वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने इन तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें Бригада Призрак नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मार्च 3, 2015 को अपलोडेड एक वीडियो मिला। 4 मिनट 23 सेकंड के इस वीडियो में 4 मिनट 5 सेकंड के बाद से वायरल क्लिप देखी जा सकती हैं।
हमें यही फ्रेम्स VOXKOMM International नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मार्च 4, 2015 को अपलोडेड एक वीडियो में भी मिले। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “Raising the Soviet flag on Donbass” जिसका हिंदी अनुवाद होता है, “डोनबासी पर सोवियत झंडा फहराया गया।”
हमने इस विषय में यूक्रेन के फैक्ट चेकर्स से संपर्क साधा। फैक्ट चेकर रुस्लान डेनिचेंको ने बताया कि वीडियो पुराना है, हालिया नहीं।
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाला यूजर Myrna J. Minkoff उरुग्वे का रहने वाला है।
डिस्क्लेमर: इस खबर को एक्सपर्ट कोट आने के बाद अपडेट किया गया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। ये तस्वीरें हालिया नहीं हैं।
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