विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह ग्वालियर किले के अंदर की तस्वीरें हैं।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक 4 तस्वीरों का कोलाज वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को एक पुरानी इमारत का मुआयना करते देखा जा सकता है। तस्वीरों में भगवान महावीर की मूर्तियां प्रमुख तौर पर देखी जा सकती हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह कर्नाटक के रायचूर की तस्वीरें हैं, जहां एक मस्जिद के नीचे यह जैन मंदिर निकला है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह ग्वालियर किले के अंदर की तस्वीरें हैं।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है “कर्नाटक रायचूर में रोड़ सौंदर्यी करण करने के लिये मस्जिद गिराई…उस मस्जिद के नीचे निकला जैन मंदिर…😳”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
जांच के लिए हमने इन तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें यह सभी तस्वीरें इंटरनेट पर मिली। सभी तस्वीरें ग्वालियर फोर्ट की निकलीं। तस्वीरों को ठीक से जांचने पर हमने पाया कि पहली, दूसरी और तीसरी तस्वीरें एक ही जगह की हैं, अलग–अलग एंगल से नीचे दिए गए कोलाजों में आप ये समानताएं देख सकते हैं।
कोलाज में दिख रही चौथी तस्वीर को हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यह तस्वीर fineartamerica.com पर मिली। इस तस्वीर के साथ दिए गए डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह तस्वीर ग्वालियर फोर्ट की है।
इस विषय में पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के ग्वालियर इनपुट हेड बलराम सोनी से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “यह तस्वीरें ग्वालियर फोर्ट में बने मंदिर की हैं।” इस विषय में बलराम सोनी ने ग्वालियर के जाने-माने इतिहासकार आशीष द्विवेदी से भी बात की। उन्होंने बताया, “यह तस्वीरें ग्वालियर फोर्ट की हैं। इन मूर्तियों को राजा डूंगरेन्द्रसिंह तोमर के काल में (1425-1459) ग्वालियर फोर्ट में स्थापित किया गया था।” बलराम सोनी ने हमें फोर्ट की आज की तस्वीरें भी भेजीं। इन्हें नीचे देखा जा सकता है। तस्वीरें उन्हीं एंगल से खींची गयीं, जो वायरल पोस्ट में दिख रही हैं।
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं BENGAL TIGER NEXT CM OF BENGAL (suvendu adhikari) नाम का एक फेसबुक पेज। सोशल स्कैंनिंग से पता लगा कि ग्रुप के फेसबुक पर 16.0K फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह ग्वालियर किले के अंदर की तस्वीरें हैं।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।