Fact Check : सोशल मीडिया पर सात साल से वायरल है इस रिक्‍शा चालक की तस्‍वीर

2015 में कुछ यूजर्स ने इस पटना एयरपोर्ट के पास की बताते हुए लिखा था कि दिल का दौरा पड़ने के कारण एक गरीब रिक्‍शा चालक की मौत हो गई थी। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट पुरानी साबित हुई।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और गिरते पारा के बीच एक दर्दनाक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर में एक बुजुर्ग शख्‍स को अपने रिक्‍शे पर मृत हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्‍वीर को अभी की समझकर भावनात्‍मक संदेश के साथ वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो पता चला कि यह तस्‍वीर 2015 से सोशल मीडिया पर उपलब्‍ध है। 2015 में कुछ यूजर्स ने इस पटना एयरपोर्ट के पास की बताते हुए लिखा था कि दिल का दौरा पड़ने के कारण एक गरीब रिक्‍शा चालक की मौत हो गई थी। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट पुरानी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रामेंद्र मिश्रा ने 10 जनवरी को एक तस्‍वीर को अपने अकाउंट पर पोस्‍ट करते हुए दावा किया, ‘#विनम्र_श्रद्धांजलि ठंड में इंतजार एक सवारी का था और मसला दो रोटी का… मौत ने दोनों सवाल ही ख़तम कर दिए ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को इस सदमे को बर्दाश्त करने की शक्ति प्रदान करे।ओम शांति ओम।’

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर भी वायरल किया जा रहा है। इस पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत वायरल पोस्‍ट में मौजूद कमेंट को खंगालने से की। कमेंट बॉक्‍स में आयुष केशरी नाम के एक यूजर कमेंट करते हुए इस तस्‍वीर को तीन साल पुरानी बताया। इसके आधार पर गूगल ओपन सर्च और फेसबुक सर्च में तस्‍वीर से संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च किया गया। यह तस्‍वीर 2015 में अपलोड कई फेसबुक अकाउंट पर मिली। 16 दिसंबर 2015 को अपलोड करते हुए नेशनल न्‍यूज स्‍टोरी नाम के एक पेज ने तस्‍वीर के साथ लिखा, ‘Facebook पर एक किसी मित्र की पोस्ट के माध्यम से यह सब देखने को और पढ़ने को मिला तो मालूम पड़ा कि ये दृश्य पटना हवाई अड्डा के बगल का है ये बेचारा गरीब रिक्शा चालक की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई…।’ पूरी पोस्‍ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

इसी तरह इस तस्‍वीर को दिसंबर 2015 में ही दूसरे यूजर्स ने भी पोस्‍ट किया था। इसे यहां और यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, पटना यूनिट के इनपुट हेड अमित आलोक से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल तस्‍वीर काफी पुरानी है। यह पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है।

जांच के अंतिम चरण में फेसबुक यूजर के बारे में जानकारी जुटाना था। फेसबुक यूजर रामेंद्र मिश्रा की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि इसे पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर यूपी का रहने वाला है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में ठंड से रिक्‍शा चालक की मौत के नाम पर वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। यह तस्‍वीर करीब सात साल से सोशल मीडिया पर मौजूद है।

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