नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। इसमें एक मैदान में बड़ी तादाद में लोगों को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्वीर को जयपुर की बताते हुए दावा कर रहे हैं कि वहां पर एक लाख लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। तस्वीर महाराष्ट्र की निकली। जयपुर में ऐसा कोई आयोजन नहीं हुआ, जैसा कि दावा किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर प्रकाश चंद्रा ने 17 अक्टूबर को दो तस्वीरों के एक कोलाज को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘कल दिनांक 16/10/22 को जयपुर में 1 लाख भाइयों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली सभी बौद्ध भिक्षुओं को मेरा बहुत-बहुत साधुवाद।’
वायरल पोस्ट के क्लेम को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की सच्चाई के लिए सबसे पहले गूगल में जाकर संबंधित खबरों को सर्च करना शुरू किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करती हो कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में बौद्ध धर्म को लेकर इतना बड़ा कोई आयोजन हुआ हो। यदि ऐसा आयोजन हुआ होता तो जरूर यह मीडिया की सुर्खियां बनता।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद ली। इस टूल में वायरल तस्वीर को अपलोड करके सर्च किया। हमें ओरिजनल तस्वीर ‘वी सपोर्ट सुजत अंबेडकर’ नाम के एक फेसबुक पेज पर मिली। इसे 15 अक्टूबर को पोस्ट किया गया था। इसमें बताया गया कि ये तस्वीरें 66वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा, पिंपरी चिंचवड द्वारा आयोजित भव्य धम्म सभा की हैं।
सर्च के दौरान हमें पता चला कि पिंपरी चिंचवड नाम की जगह महाराष्ट्र के पुणे जिले में है। गूगल सर्च के दौरान हमें वीएसआरएस न्यूज नाम की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 16 अक्टूबर को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि भारतीय बौद्ध महासभा की ओर से भारतीय बौद्ध समाज की ओर से पिंपरी के एच ए मैदान में शनिवार (15 तारीख) को एक धम्म सभा का आयोजन किया गया। इसमें प्रकाश अंबेडकर वक्ता के तौर पर मौजूद थे। पूरी खबर यहां पढ़ें। पूरी खबर में कहीं भी यह नहीं लिखा था कि इस कार्यक्रम में एक लाख लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली।
पड़ताल के अगले चरण में विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण, जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट का दावा गलत है। जयपुर में ऐसा कोई आयोजन नहीं हुआ।
जांच के अंतिम चरण में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर प्रकाश चंद्रा के अकाउंट को आठ सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर खुद को अंबेडकरवादी कहते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। महाराष्ट्र के पुणे स्थित पिंपरी चिंचवड में पिछले दिनों आयोजित भारतीय बौद्ध महासभा के दौरान की तस्वीर गलत दावे के साथ जयपुर की बताकर वायरल किया जा रहा है।
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