Fact Check : अंग्रेजी अखबार पढ़ते राहुल गांधी की तस्वीर एक बार फिर दुष्प्रचार की मंशा से हो रही वायरल 

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी कन्नड भाषा में लिखा अखबार नहीं, बल्कि अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे। इसके पहले और आखिरी पेज पर कन्नड़ में विज्ञापन छपा था। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार निकला।

Fact Check : अंग्रेजी अखबार पढ़ते राहुल गांधी की तस्वीर एक बार फिर दुष्प्रचार की मंशा से हो रही वायरल 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के बीच उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में राहुल गांधी को एक अखबार पढ़ते हुए देखा जा सकता है, जिसके पहले और आखिरी पन्ने पर कन्नड़ भाषा में लिखा हुआ है। राहुल गांधी की इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो कन्नड़ भाषीय अखबार को पढ़ रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड अखबार (अंग्रेजी) को पढ़ रहे थे। इसके पहले और आखिरी पेज पर कन्नड़ में विज्ञापन छपा था। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार निकला।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर हिंदुस्तान टीवी ने 9 दिसंबर को वायरल तस्वीर को शेयर किया है। पोस्ट पर राहुल गांधी की तस्वीर के साथ लिखा हुआ है, “जिसको हिंदी ठीक से नहीं आती वो कन्नड़ अख़बार पढ़ रहा है…मनोरंजन में कोई कमी नहीं छोड़ता चमचों का लपड़झंडूस।”

अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी समान और मिलते-जुलते दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट फाइनेंशियल एक्सप्रेस की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 12 जून 2017 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल तस्वीर बेंगलुरु में हुए नेशनल हेराल्ड के एडिशन लॉन्च कार्यक्रम की है। 

न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी वायरल तस्वीर को इसी जानकारी के साथ शेयर किया था। 

हमने कीवर्ड्स की मदद से नेशनल हेराल्ड के बारे में सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें नेशनल हेराल्ड की आधिकारिक वेबसाइट मिली। वेबसाइट के अबाउट अस सेक्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह अखबार सिर्फ 3 भाषाओं में छपता है। इंग्लिश (नेशनल हेराल्ड), हिंदी (नव जीवन) और उर्दू (कौमी आवाज)।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने नेशनल हेराल्ड के 12 जून 2017 के epapper को खंगालना शुरू किया। विश्वास न्यूज ने पाया कि अखबार का पहला और आखिरी पन्ना कन्नड़ में था, जबकि पूरा अखबार अंग्रेजी में था।

हमें इस कार्यक्रम की एक अन्य तस्वीर द हिंदू की आधिकारिक वेबसाइट पर भी प्रकाशित मिली। तस्वीर में सिद्धारमैया ने भी वही अखबार पकड़ा हुआ है और बीच के पन्नों को खोला हुआ है, जो कि अंग्रेजी में हैं। जिसे देखकर साफ होता है कि अखबार अंग्रेजी में था।

विश्वास न्यूज ने कांग्रेस नोएडा अध्यक्ष रामकुमार तंवर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल तस्वीर काफी पुरानी है और गलत दावे के साथ शेयर की जा रही है। पहले भी कई बार यह तस्वीर गलत दावों के साथ वायरल हो चुकी है।”

साल 2019 में भी यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी। उस दौरान हमने वायरल पोस्ट की जांच कर सच्चाई सामने रखी थी। उस दौरान हमने नेशनल हेराल्ड के एडिटर इन चीफ जफर आगा से इस दावे को लेकर बातचीत की थी। उन्होंने हमें बताया था, “नेशनल हेराल्ड 3 भाषाओं में छपता है, इंग्लिश , हिंदी और उर्दू, यह अख़बार कन्नड़ में नहीं छापता है। राहुल गांधी ने जो अखबार पढ़ा था, वो अंग्रेजी में था। बेंगलुरु में नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण के शुभारंभ के मौके पर अख़बार का पहला और आखिरी पेज कन्नड़ में छापा गया था।

गौरतलब है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे हो गए हैं। राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से इस यात्रा की शुरुआत की थी, जो कि केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, ओडिशा, और मध्य प्रदेश से होते हुए अब राजस्थान में हैं।

तहकीकात के अंतिम दौर में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक पर यूजर को 12 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी कन्नड भाषा में लिखा अखबार नहीं, बल्कि अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे। इसके पहले और आखिरी पेज पर कन्नड़ में विज्ञापन छपा था। हमारी जांच में यह दावा भ्रामक और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार निकला।

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