Fact Check: बेड़ियों और हथकड़ी से बंधे बुजुर्ग कैदी बाबूराम बलवान सिंह की तस्वीर को फादर स्टेन स्वामी बता किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल की जा रही फोटो को स्वामी स्टेन की तस्वीर बताने का दावा पूरी तरह से झूठा निकला है। यह फोटो एटा जेल के एक कैदी से संबंधित पुरानी घटना से जुड़ी है। तस्वीर में दिख रहे शख्स फादर स्टेन स्वामी नहीं, बल्कि यूपी के एटा जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी बाबूराम बलवान सिंह हैं।

Fact Check: बेड़ियों और हथकड़ी से बंधे बुजुर्ग कैदी बाबूराम बलवान सिंह की तस्वीर को फादर स्टेन स्वामी बता किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग की तस्वीर फादर स्टेन स्वामी के नाम से वायरल की जा रही है। वायरल तस्वीर में अस्पताल में बेड पर बैठे एक बुजुर्ग शख्स दिख रहे हैं, जिनके पैर हथकड़ी से अस्पताल के बेड में बंधे हुए हैं। सोशल मीडिया यूजर्स बुजुर्ग को फादर स्टेन स्वामी बता रहे हैं, जिनका पिछले दिनों निधन हो गया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में इस तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी निकला है। तस्वीर में दिख रहे शख्स फादर स्टेन स्वामी नहीं, बल्कि यूपी के एटा जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी बाबूराम बलवान सिंह हैं।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Rajesh Nokhwal ने 05 जुलाई 2021 को एक बुजुर्ग की फोटो शेयर करते हुए लिखा है, ‘स्टेन स्वामी गंभीर थे। पार्किंसन के साथ कोविड से भी लड़ रहे थे। लेकिन इस हालात में भी उनके पैर को बेड़ियों से बेड में बांधा गया था।कितनी क्रूर, हत्यारी और निर्दयी है ये सरकार 84 साल के वृद्ध के हौसले से आगे हार गए।स्टेन स्वामी नहीं रहे। वह 84 वर्ष के थे, जिस प्रकार सरकार ने उन्हें बिना किसी जुर्म के जेल में ठूँस दिया था और उनके साथ क्रूर और घटिया व्यवहार किया, यह हमेशा याद रखा जाएगा। सरकार को भी एक बात याद रखनी चाहिए की दमन कभी क्रांति को दबा नहीं सकता। सलाम-श्रद्धांजलि 💐💐🙏🙏 यह मोदी की तानाशाही की सबसे क्रूरतम तस्वीर है।’ फैक्ट चेक के उद्देश्य से इस पोस्ट की बातों को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

पिछले दिनों 84 वर्ष के सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया। वह भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी थे और मुंबई की जेल में बंद थे। अपनी उम्र और खराब सेहत का हवाला देकर उनकी तरफ से हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई थी, पर इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया। फादर स्टेन स्वामी के निधन के बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि फादर स्टेन स्वामी को अस्पताल के बेड में बांधकर रखा गया था।

वायरल तस्वीर संग किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसपर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी कई रिपोर्ट्स मिलीं। इंडिया टुडे की वेबसाइट पर 13 मई 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में हमें यह वायरल तस्वीर मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर में दिख रहे शख्स को यूपी के एटा जिले में बंद कैदी बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग कैदी संग अमानवीय व्यवहार की इस तस्वीर के वायरल होने के बाद जेल डीजी ने जेल वॉर्डन को सस्पेंड कर दिया था। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

यही तस्वीर हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर 13 मई 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी मिली। इसमें भी बुजुर्ग शख्स को एटा जेल का कैदी बताया गया है, जिनका नाम बाबूराम बलवान सिंह हैं। ये एटा की जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। मई 2021 में सांस लेने की तकलीफ के चलते पहले इन्हें इलाज के लिए अलीगढ़ भेजा गया। वहां बेड न मिलने के बाद इन्हें वापस एटा के जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

हमें एनडीटीवी की 18 जून 2021 की एक रिपोर्ट में भी यह तस्वीर मिली। इसमें बताया गया है कि इलाज के दौरान बुजुर्ग कैदी को अस्पताल के बेड में हथकड़ी से बांधे जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

इस तस्वीर संग किए जा रहे दावे की पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने इसे एटा जेल के जेलर कुलदीप सिंह भदोरिया संग साझा किया। उन्होंने फोटो को देखते ही बता दिया कि यह तस्वीर कैदी बाबूराम बलवान सिंह की है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Rajesh Nokhwal की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर हनुमानगढ़ के रहने वाले हैं और एक पार्टी विशेष के समर्थक हैं।

(With inputs from Vivek Tiwari)

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल की जा रही फोटो को स्वामी स्टेन की तस्वीर बताने का दावा पूरी तरह से झूठा निकला है। यह फोटो एटा जेल के एक कैदी से संबंधित पुरानी घटना से जुड़ी है। तस्वीर में दिख रहे शख्स फादर स्टेन स्वामी नहीं, बल्कि यूपी के एटा जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी बाबूराम बलवान सिंह हैं।

False
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