Fact Check: महेंद्र सिंह धौनी की पुरानी तस्वीर को किसान आंदोलन से जोड़कर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि यह तस्वीर पुरानी है। इस तस्वीर का किसान आंदोलन या ट्रैक्टर रैली से कोई लेना-देना नहीं है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। किसान आंदोलन के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की ट्रैक्टर के साथ एक तस्वीर वायरल हो रही है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि महेंद्र सिंह धौनी 26 जनवरी को प्रस्तावित किसान ट्रैक्टर रैली का समर्थन कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि यह तस्वीर पुरानी है। इस तस्वीर का किसान आंदोलन या ट्रैक्टर रैली से कोई लेना-देना नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रवि राज पासवान ने वायरल तस्वीर को पोस्‍ट करते हुए दावा किया : ‘पुर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने किया किसान टैक्टर परेड का समर्थन अब अनपढ़ अंधभक्त धोनी को भी हिन्दू विरोधी घोषित कर देंगे।’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया तो हमें यह तस्वीर दैनिक जागरण की एक खबर में मिली, जिसे 3 जून 2020 को पब्लिश किया गया था। खबर के अनुसार, “MS Dhoni फार्म में खेती के लिए समय बिता रहे हैं और इसके लिए उन्होंने Mahindra Swaraj ट्रैक्टर खरीदने का विकल्प चुना है।”

हमें यह तस्वीर कई और ख़बरों में भी मिली। सभी खबरों के अनुसार, तस्वीर तब की है जब महेंद्र सिंह धौनी ने अपने रांची स्थित फार्म के लिए एक ट्रैक्टर खरीदा था।

अब हमने कीवर्ड्स के साथ इंटरनेट पर ढूंढ़ने की कोशिश की कि क्या धौनी ने किसान आंदोलन या ट्रैक्टर रैली को कोई समर्थन दिया है। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। अगर धोनी परेड को समर्थन देते तो यह अपने आप में एक बड़ी खबर बनती।

हमने इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए महेंद्र सिंह धौनी के ब्रांड मैनेजर मिहिर दिवाकर से संपर्क साधा। उन्होंने फ़ोन पर हमसे बात करते हुए कन्फर्म किया- “यह तस्वीर जून 2020 की है, जिसे गलत सन्दर्भ में वायरल किया जा रहा है।”

अंत में हमने उस फेसबुक यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने इस पोस्ट को किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया। हमें पता चला कि रवि राज पासवान को 1,872 लोग फॉलो करते हैं। वे बिहार के पटना के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि यह तस्वीर पुरानी है। इस तस्वीर का किसान आंदोलन या ट्रैक्टर रैली से कोई लेना-देना नहीं है।

False
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