विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन एक महीने पुराना है, जब वो ‘काशी तमिल संगम’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वाराणसी गई थी। वहां पर उन्होंने हनुमान घाट स्थित महाकवि सुब्रमण्यम भारती के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी। ये वीडियो उसी दौरान का है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वो पुराने-से घर में एक बुजुर्ग शख्स से बातचीत करती हुई नजर आ रही हैं। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह निर्मला सीतारमण का घर है और यह उनके पिताजी है, वो यहां पर अपने पिताजी से मिलने के लिए आई थी। वीडियो में निर्मला सीतारमण के परिवार की सादगी को देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन एक महीने पुराना है, जब वो ‘काशी तमिल संगम’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वाराणसी गई थी। वहां पर उन्होंने हनुमान घाट स्थित महाकवि सुब्रमण्यम भारती के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी। ये वीडियो उसी दौरान का है।
फेसबुक यूजर जिगना धनक ने वायरल वीडियो को 8 जनवरी 2023 को शेयर किया था। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमरण~~ अपने पिताजी के साथ* कितनी सादगी,,सरलता ,और संस्कार निम्न मध्यम वर्ग जैसा रहन सहन है।।!!,सरकारी बाबू,,पटवारी ,,सिपाही ,,सरपंचभी इससे अधिक ठाठ बाट से रहते हैं।। , भ्रष्ट RTO,, ,, INCOME TAX OFFICERS* ,,थानेदारों,, तहसीलदारो,, के मकान लाखों करोड़ों के होते हैं ,,,एक नहीं कई,।। ,धन्य हैं निर्मलाजी और उनके पिताश्री जो सादगी,,ईमानदारी और हिंदुत्व की मिसाल हैं।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत इनविड टूल से की। सबसे पहले वायरल वीडियो को इस टूल में अपलोड करके कई कीफ्रेम्स निकाले गए। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। इस दौरान हमें यह वीडियो टीवी24 नामक एक यूट्यूब चैनल पर 5 दिसंबर 2022 को अपलोड हुआ मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो ‘काशी तमिल संगम’ के दौरे के दौरान का है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वाराणसी में हनुमान घाट स्थित महाकवि सुब्रमण्यम भारती के आवास पर गईं और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात कीं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने निर्मला सीतारमण के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो उनके आधिकारिक फेसबुक पेज पर 3 दिसंबर 2022 को पोस्ट हुआ मिला। कैप्शन के अनुसार, यह वीडियो ‘काशी तमिल संगम’ के दौरे के दौरान का है, जब वह वाराणसी गई थी, जहां पर महाकवि सुब्रमण्यम भारती 1900 में अपनी वाराणसी यात्रा के दौरान रुके थे।
हमें निर्मला सीतारमण के आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर पर इस यात्रा से जुड़ी कई अन्य पोस्ट भी मिली। पोस्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो में नजर आ रहे बुजुर्ग उनके पिता नहीं, बल्कि महाकवि सुब्रमण्यम भारती के भांजे केवी कृष्णन हैं।
अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने वाराणसी के दैनिक जागरण के सीनियर पत्रकार शाश्वत मिश्रा से संपर्क किया। हमने वायरल पोस्ट को उनके साथ शेयर किया है। उन्होंने हमें बताया, वायरल वीडियो एक महीने पुराना है, जब ‘काशी तमिल संगम’ में शामिल होने के लिए आई थी। इस दौरान उन्होंने महाकवि सुब्रमण्यम भारती के परिवार से भी मुलाकात की थी और वायरल वीडियो में नजर आ रहे बुजुर्ग शख्स उनके भांजे केवी कृष्णन हैं।
आजतक में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “सुब्रमण्यम भारती एक तमिल कवि थे, जिन्हें ‘महाकवि भरतियार’ के नाम से भी जाना जाता है। देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत कविताएं लिखने वाले भारती कवि के साथ-साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल सेनानी, समाज सुधारक, पत्रकार भी थे। 11 दिसंबर 1882 को तमिलनाडु के एक गांव एट्टयपुरम् में जन्मे भारती की रचनाओं से प्रभावित होकर दक्षिण भारत में बड़ी संख्या में लोग आजादी की लड़ाई में शामिल हुए थे। सुब्रमण्यम भारती का निधन 11 सितंबर 1921 को हुआ था।”
नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “जैसे तमिल का काशी से पुराना नाता है, वैसे ही सुब्रमण्यम भारती का भी वाराणसी से गहरा संबंध है। साल 1898 में 16 साल की उम्र में वह काशी आए थे। वह यहां जयनारायण इंटर कॉलेज में पढ़ते थे। महाकवि ने यहीं संस्कृत, बंगाली, हिंदी, मराठी और पंजाबी आदि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। चार साल रहने के बाद भारती यहां से पांडिचेरी चले गए। उनकी बुआ कुप्पम्माल उर्फ रुक्मिणी अम्माल का घर वाराणसी में है। यहां एक पुस्तकालय का निर्माण कराया जा रहा है, जहां पर महाकवि की कई रचनाएं रखी जाएंगी। वाराणसी के हनुमान घाट के पास सुब्रमण्यम भारती की एक प्रतिमा भी स्थापित है, जिसका साल 1986 में राष्ट्रपति आर वेंकटरमन ने शिलान्यास किया था।”
पोस्ट को शेयर करने वाली फेसबुक यूजर जिगना धनक की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर गुजरात का रहने वाली है। 31 हजार से ज्यादा लोग यूजर को फॉलो करते हैं। यूजर मार्च 2012 से फेसबुक पर सक्रिय है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन एक महीने पुराना है, जब वो ‘काशी तमिल संगम’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वाराणसी गई थी। वहां पर उन्होंने हनुमान घाट स्थित महाकवि सुब्रमण्यम भारती के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी। ये वीडियो उसी दौरान का है।
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