Fact Check: अग्निपथ योजना की वजह से शख्स ने नहीं की आत्महत्या, वायरल दावा गलत 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ट्रेन के सामने खड़े होकर आत्महत्या कर रहे शख्स के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो तकरीबन आठ महीने पुराना है, जिसे अब लोग अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन से जोड़कर शेयर कर रहे हैं। वीडियो में दिख रहा शख्स ओडिशा का रहने वाला बी संजय कुमार था, जो कि हैदराबाद में रहता था। वह एक हार्डवेयर की दुकान में काम करता था और मानसिक बीमारी से पीड़ित था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक शख्स ने अग्निपथ योजना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो तकरीबन आठ महीने पुराना है। वीडियो में दिख रहा शख्स ओडिशा का रहने वाला बी संजय कुमार था, जो कि हैदराबाद में रहता था। वह एक हार्डवेयर की दुकान में काम करता था और मानसिक बीमारी से पीड़ित था। वायरल वीडियो नवंबर 2021 का है, जबकि केंद्र सरकार ने 14 जून 2022 को ये अग्निपथ योजना की घोषणा की थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Aapka Apna RG ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मैं देश के युवा वर्ग से विनम्र निवेदन करता हूं कि ऐसा कदम न उठाएं, लोगो की बातो में न आए, अग्निपथ योजना आपके हित में हैं। यह जिंदगी ऐसे न गवाएं, आपके परिवार और देश को आपकी जरूरत है।”  #अग्निपथ #Agnipath #Agniveer #AgnipathRecruitmentScheme

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो News 24 Hyderabad नामक एक फेसबुक पेज पर 23 नवंबर 2021 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, शख्स के आत्महत्या करने की ये घटना तेलंगाना के पेद्दापल्ली शहर की थी।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी कई रिपोर्ट मिली। टाइम्स ऑफ इंडिया में 22 नवंबर 2022 को प्रकाशित खबर के मुताबिक, शख्स ओडिशा का रहने वाला था। शख्स का नाम बी संजय कुमार था। संजय अपने दादा के साथ हैदराबाद में रहता था। संजय एक हार्डवेयर की दुकान पर काम करता था और मानसिक बीमारी से पीड़ित था। पिछले तीन साल से उसका इलाज चल रहा था। 21 नवंबर 2021 को वह रामागुंडम रेलवे स्टेशन पर गया और तेज रफ्तार ट्रेन के सामने खड़े होकर आत्महत्या कर ली। अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर पढ़ा जा सकता है। 

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने तेलंगाना के स्थानीय पत्रकार Rahul Devulapalli से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया वायरल दावा गलत है। वीडियो का अग्निपथ योजना से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो तकरीबन आठ-नौ महीने पुराना है। ये घटना तेलंगाना के पेद्दापल्ली शहर की है। 

केंद्र सरकार ने 14 जून 2022 को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। अग्निपथ योजना भारतीय सेना की ‘टूर ऑफ ड्यूटी एंट्री स्कीम’ को दिया गया एक नया नाम है। इस योजना के तहत सैनिकों को एक शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाना है। भर्ती होने वाले युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर अलग-अलग फील्ड में तैनात किया जाएगा। यह योजना सितंबर 2022 से लागू होने वाली है। इस योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में उग्र प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद ये साफ होता है कि वायरल वीडियो का अग्निपथ योजना से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर Aapka Apna RG के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर दिल्ली का रहने वाला है।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ट्रेन के सामने खड़े होकर आत्महत्या कर रहे शख्स के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो तकरीबन आठ महीने पुराना है, जिसे अब लोग अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन से जोड़कर शेयर कर रहे हैं। वीडियो में दिख रहा शख्स ओडिशा का रहने वाला बी संजय कुमार था, जो कि हैदराबाद में रहता था। वह एक हार्डवेयर की दुकान में काम करता था और मानसिक बीमारी से पीड़ित था।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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