Fact Check : रामपुर की दो साल पुरानी महिलाओं को छेड़ने की घटना को बंगाल के नाम पर किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल बना अब पाकिस्‍तान। वहां सरेआम महिलाओं के साथ की जा रही है छेड़छाड़। वायरल वीडियो में कुछ मनचलों को दो महिलाओं को सरेराह छेड़ते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी है। घटना बंगाल की नहीं, बल्कि यूपी के रामपुर की है। दो साल पहले घटी इस घटना में सभी आरोपियों को अरेस्‍ट करके जेल भेजा जा चुका था।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर पंडित अम्बरीष तिवारी ने 15 अक्‍टूबर को सुबह 7:23 बजे एक वीडियो अपलोड किया। अम्‍बरीष ने दावा किया : “उड़ता बंगाल …….हाय रे हिन्दू …हाय रे हिंदुस्तान……दुखद…..बंगाल बना अब पाकिस्तान…..मोमता बनर्जी मुर्दाबाद ।। उठो जागो और शस्त्र उठा कर खुद की रक्षा करो सरकार कुछ नही करेगी।”

अब तक इस वीडियो को 19 सौ से ज्‍यादा बार शेयर किया जा चुका है, जबकि 1.30 लाख लोग इस वीडियो को देख चुके हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल वीडियो को देखना शुरू किया तो वीडियो की भाषा से हमें अंदाजा लगा कि यह घटना किसी हिंदी भाषी राज्‍य में घटी होगी, क्‍योंकि वीडियो में लड़की की मां और लड़की के साथ बदतमीजी करने वाले हिंदी में बोलते हुए सुने जा सकते हैं।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब निकाले और फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें कई जगह ये वीडियो मिला। एनडीटीवी के अनुसार, वायरल घटना 2017 की है। यूपी के रामपुर में कुछ युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया था।

पड़ताल के दौरान हमें आजतक के यूटयूब चैनल पर भी संबंधित खबर मिली। इसमें बताया गया कि यूपी के रामपुर में दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना का अंजाम दिया गया। वीडियो को 28 मई 2017 को अपलोड किया गया था।

इसके बाद हमने गूगल में रामपुर में छेड़छाड़ कीवर्ड टाइप करके सर्च किया तो हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिली। गांव कनेक्‍शन की वेबसाइट की एक खबर में बताया गया कि रामपुर छेड़छाड़ मामले में पुलिस ने आरोपियों को अरेस्‍ट किया।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने रामपुर से प्रकाशित अखबारों के ईपेपर को स्‍कैन करना शुरू किया। हमें वहां से स्‍थानीय अखबार अमर उजाला में 28 मई 2017 को प्रकाशित खबर मिली। इस खबर में बताया गया कि छेड़खानी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 14 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। खबर के अनुसार, “कोतवाली क्षेत्र गांव कुआखेड़ा के जंगल में दो लड़कों ने एक लड़की को देखकर छेड़खानी की और मोबाइल से वीडियो क्लिप बनाई। आरोपियों ने उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने चौदह के खिलाफ रिपोर्ट दी की।”

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मई 2017 में रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र में यह घटना उस वक्‍त घटी, जब दो महिलाएं रास्‍ते से जा रही थीं। उसी वक्‍त कुछ मनचलों ने उन्‍हें रास्‍ते में रोककर अपना निशाना बनाया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद रामपुर पुलिस हरकत में आई और वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज की।

विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के मुरादाबाद के संपादकीय प्रभारी संजय मिश्रा से बात की। उन्‍होंने बताया कि टांडा के नगलिया कासमगंज उर्फ कुआंखेड़ा गांव में दो युवतियों से गांव के युवकों ने छेड़छाड़ की थी। आरोपितो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। दो मुख्य अभियुक्त पर एनएसए की कार्रवाई भी की गई थी। बाद में सभी आरोपित जमानत पर छूट गए थे। मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है।

पड़ताल की तह में जाने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने रामपुर के तत्‍कालीन पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि घटना 2017 की है। घटना के सभी आरोपियों को अरेस्‍ट किया जा चुका था। मामला अब कोर्ट में है।

पूरे मामले को लेकर टांडा के थाना प्रभारी दुर्गा सिंह कहते हैं कि मामला कोर्ट में चल रहा है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने रख दी है। पुलिस की पूरी कोशिश है कि आरोपितों को सजा दिलाई जा सके।

अंत में हमने पंडित अम्‍बरीष तिवारी के फेसबुक पेज की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूपी के भद्रोही के अम्‍बरीष के इस पेज को 900 से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। पेज को 30 अगस्‍त 2017 को बनाया गया था।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि बंगाल के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी है। असली घटना यूपी के रामपुर में 2017 में घटी थी। उस घटना के वीडियो को अब कुछ लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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