नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। श्रद्धा हत्याकांड लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। अब इसी केस पर बयान देते हुए एक शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है। 55 सेकंड के इस वीडियो में युवक को हत्याकांड को सही ठहराते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को मुसलमानों के खिलाफ दुष्प्रचार और नफरत फैलाने के इरादे से वायरल कर रहे हैं। वीडियो में युवक अपना नाम राशिद बता रहा है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पता चला कि वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम राशिद नहीं, बल्कि विकास है। फिलहाल युवक को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस की जांच में अब तक यही सामने आया है कि बुलंदशहर जिले के विकास ने राशिद खान बनकर नफरत फैलाने वाला बयान दिया था।
फेसबुक यूजर ठाकुर जॉनी पुंडिर ने 24 नवंबर को एक वीडियो कोअपने अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा : ‘मूड खराब रहता है तो आदमी 35 की जगह 36 टुकड़े कर देता:- राशिद खान बुलंदशहर से..’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
ऑपइंडिया नाम की वेबसाइट के सोशल मीडिया हैंडल ने भी वायरल वीडियो को पोस्ट किया। इसका आकाईव लिंक यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। गूगल में राशिद खान बुलंदशहर जैसे कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें कई मीडिया वेबसाइट पर इससे जुड़ी खबरें मिलीं। जागरण डॉट कॉम पर 25 नवंबर को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि नई दिल्ली में श्रद्धा की हत्या में आफताब के कृत्य को सही ठहराने के साथ ही दिल्ली से राशिद बनकर वीडियो वायरल करने वाले का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ ही गया है। बुलंदशहर पुलिस ने बड़ा आपरेशन चलाकर आफताब के कृत्य को सही ठहराने वाला वीडियो जारी करने वाले विकास को गिरफ्तार किया है। विकास ने राशिद बनकर इस वीडियो को वायरल किया था। पूरी खबर यहां पढ़ें।
दैनिक जागरण के बुलंदशहर संस्करण में भी इसे लेकर 26 नवंबर के संस्करण में एक खबर प्रकाशित की गई। इसे आप नीचे पढ़ सकते हैं।
पड़ताल के दौरान भास्कर डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि गुस्सा आने पर युवती के 36 टुकड़े करने का बयान देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि युवक का नाम राशिद नहीं, बल्कि विकास कुमार है। विकास ने दिल्ली में हुए एक टॉक शो के दौरान ये विवादित बयान दिया था। 25 नवंबर को पुलिस ने उसको बुलंदशहर के सिकंदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। पूरी खबर को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
जांच के दौरान पत्रकार अरविंद चौहान का एक ट्वीट मिला। इसमें बताया गया कि खुद को राशिद खान बताकर दो समुदाय में नफरत फैलाने वाला शख्स विकास कुमार निकला। ट्वीट के नीचे अरविंद कुमार ने विकास का एक वीडियो भी शेयर किया।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए बुलंदशहर पुलिस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। बुलंदशहर पुलिस के ट्विटर हैंडल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का बयान मिला। इसमें बताया गया कि सोशल मीडिया के माध्यम से दिल्ली में बना एक वीडियो संज्ञान में आया था, जिसमें एक व्यक्ति द्वारा स्वयं को बुलन्दशहर का निवासी बताते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, प्रकाश में आये अभियुक्त को थाना सिकन्द्राबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
पड़ताल के अगले चरण में दैनिक जागरण, बुलंदशहर के प्रभारी लोकेश पंडित से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि अब तक की जानकारी में यही सामने आया है कि विकास नाम के एक शख्स ने खुद को राशिद बताकर वायरल वीडियो वाला बयान दिया था।
अब बारी थी भ्रामक पोस्ट करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर ठाकुर जॉनी पुंडिर की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर के 600 से ज्यादा फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि राशिद खान के नाम से वायरल हो रहा वीडियो दरअसल विकास कुमार का है। बुलंदशहर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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