Fact Check : वायरल वीडियो में दिख रहीं जिम्नास्ट एक ही परिवार की नहीं हैं

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। वीडियो में दिख रहीं तीनों जिम्नास्टिक खिलाड़ी एक-दूसरे से सम्बंधित नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है, जिसमें 3 जिम्नास्ट खिलाड़ियों  को करतब करते देखा जा सकता है। इसमें दावा किया जा रहा है कि ये तीनों महिलाऐं एक ही परिवार की तीन पीढ़ियां हैं, जिसमें सबसे लम्बी महिला दादी है, उसके बाद बेटी है और तीसरी महिला पोती है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह झूठी साबित हुई। वीडियो में दिख रहीं तीनों महिलाएं एक-दूसरे  से संबंधित नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर असद उमर चीमा (Asad Omar Cheema) ने 3 अक्टूबर को इस वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “रूसी जिमनास्ट की तीन पीढ़ियां एक साथ प्रदर्शन कर रही हैं। दादी, माँ और बेटी. सबसे लम्बी दादी है। शक्ति और कौशल का मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन।”

पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल लेंस का इस्तेमाल करते हुए इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को सर्च किया। हमें यह पूरा वीडियो ब्रायन किंचर (Brian Kincher) नाम के यूट्यूब चैनल पर 2013 में अपलोड मिला। साथ में लिखा था, “Acrobatic Gymnastics World Championships 2010 – Russia Women’s Group 1st place (एक्रोबेटिक जिम्नास्टिक  विश्व चैंपियनशिप 2010 – रूस महिला समूह प्रथम स्थान)”

हमें इस वीडियो की झलकियां revazacro नाम के यूट्यूब चैनल पर 27 अगस्त 2010 में अपलोड किये गए एक वीडियो में भी दिखीं।

हमें यह वीडियो 3 मार्च, 2015 को न्यूजीलैंड के रेडियो स्टेशन ‘द हिट्स‘ की एक रिपोर्ट में भी मिला। इसमें तीन रूसी जिम्नास्ट  की पहचान एगुल शेखुतदीनोवा, एकातेरिना स्ट्रोयनोवा और एकातेरिना लॉगिनोव के रूप में की गई और बताया किया गया कि रूसी जिम्नास्टिक  टीम ने एक्रोबैटिक जिम्नास्टिक विश्व चैंपियनशिप में सर्वाधिक पदक जीते। इस पूरी रिपोर्ट में कहीं भी तीनों के बीच किसी पारिवारिक रिश्ते का जिक्र नहीं है।

इसके बाद हमने  रूसी स्पोर्ट्स एक्रोबेटिक्स फेडरेशन की वेबसाइट खंगाली। हमें इन तीनों खिलाड़ियों  के नाम और बाकी  जानकारी मिली। रिकॉर्ड के अनुसार, शेखुतदीनोवा, स्ट्रोयनोवा और लॉगिनोव का जन्म क्रमशः 1994, 1987 और 1985 में हुआ था। उम्र के अंतर से भी साफ़ हो  जाता है कि ये दादी, माँ और बेटी के रूप में संबंधित नहीं हो सकते।

हमने इस विषय में स्पोर्ट्स एक्सपर्ट और ईएसपीएन के कमेंटेटर सैयद हुसैन से बात की। उन्होंने भी इस दावे को खबरों का हवाला देते हुए झूठा बताया।

जांच के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि असद उमर चीमा नाम का यह यूजर पाकिस्तान के लाहौर में रहता है। इस अकाउंट को लगभग 4000 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। वीडियो में दिख रहीं तीनों जिम्नास्टिक खिलाड़ी एक-दूसरे से सम्बंधित नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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