Fact Check: GST बिल की राशि पर नहीं, खरीदे गए उत्पादों के आधार पर निर्धारित होती है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। जीएसटी दरें की गई खरीददारी पर कुल बिल राशि पर आधारित नहीं होती हैं। जीएसटी दरें खरीदे गए उत्पाद के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं और प्रत्येक उत्पाद श्रेणी के लिए दरें जीएसटी परिषद द्वारा तय की जाती हैं। पोस्ट में किया गया दावा गलत है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि किसी भी
शॉपिंग मार्ट से की गई खरीददारी पर कुल बिल की गई राशि के आधार पर जीएसटी की दरें अलग-अलग होती हैं।
पोस्ट में ग्राहकों से कहा गया है कि 1000 रुपए से काम की खरीददारी पर कोई जीएसटी नहीं होता।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। जीएसटी दरें की गई खरीददारी पर कुल बिल राशि पर आधारित
नहीं होती हैं। जीएसटी दरें खरीदे गए उत्पाद के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं और प्रत्येक उत्पाद श्रेणी
के लिए दरें जीएसटी परिषद द्वारा तय की जाती हैं। पोस्ट में किया गया दावा गलत है।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘Max Service’ ने वायरल पोस्ट को शेयर किया, जिसमे लिखा था “IMP INFORMATION While
shopping in Big Bazaar, D-Mart, Spencers, and Other Shopping Malls, pay attention to your billing… Get
EVERY BILL SEPARATE for every Rs. 1000/-!!! because the GST slab breakdown is as follows:
0 to 10000% GST

1000 to 1500- 2.5% GST

1500 to 2500- 6% GST

2500 to 4500-18% GST

Please share with all and family… your friends “

पड़ताल

आपको बता दें कि जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर (टैक्स) है जिसे ग्राहकों को भोजन, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, दैनिक जरूरतों की वस्तुओं, परिवहन, यात्रा आदि जैसे सामान या सेवाओं को खरीदते समय देना पड़ता है। भारत में विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के लिए जीएसटी की दरें चार मुख्य स्लैब में विभाजित है, जो इस प्रकार है-

5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी और 28 फीसदी।

ये दरें जीएसटी काउंसिल द्वारा तय की जाती है। इसके अलावा ऐसी कई सेवाएं और वस्तुएं हैं, जिन्हें जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। इस विषय में ज़्यादा जानकारी यहाँ पढ़ें

इस पोस्ट की पड़ताल की शुरुआत के लिए हमने कीवर्ड सर्च किया। हमें डिमार्ट के फेसबुक पेज पर इसे लेकर एक पोस्ट मिली, जिसमे इस विषय में जानकारी दी गयी थी। पोस्ट में लिखा था “प्रिय DMart ग्राहक, सोशल मीडिया पर अलग-अलग भाषाओं में ये बताया जा रहा है कि बिल की टोटल क़ीमत पर अलग-अलग GST रेट्स लगती है। ये सूचना बिल्कुल ग़लत है। इस तरह की अफ़वाहों पर ध्यान ना दे। GST रेट्स हर प्रोडक्ट पर लगायी जाती है और वो भारत सरकार के बनाए गए नियमों के अनुसार तय है। GST रेट्स का बिल की क़ीमत से कोई लेना-देना नहीं है। DMart टीम.”

हमें इस विषय में बिग बाजार का भी एक ट्वीट मिला, जिसमें बताया गया था, “जीएसटी व्यक्तिगत उत्पादों पर
लगाया जाता है न कि कुल बिल पर।”

हमने इस विषय में सीए और टैक्स लॉ एक्सपर्ट नवनीत शर्मा से संपर्क साधा। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह पोस्ट
फर्जी है। “जीएसटी व्यक्तिगत उत्पादों पर लगाया जाता है, न कि कुल बिल पर। जीएसटी दरें खरीदे गए उत्पाद के
प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं और प्रत्येक उत्पाद श्रेणी के लिए दरें केंद्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाली
जीएसटी परिषद द्वारा तय की जाती हैं। यदि आप अपना शॉपिंग बिल छोटे-छोटे टुकड़ों में बाँट देते हैं तो उससे
आपके कुल जीएसटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।”

इस पोस्ट को फेसबुक पर Manoj Moirangthem Sinha नाम के यूजर ने शेयर किया था। पेज के 1.4 K फ़ॉलोअर्स
हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। जीएसटी दरें की गई खरीददारी पर कुल बिल राशि पर आधारित नहीं होती हैं। जीएसटी दरें खरीदे गए उत्पाद के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं और प्रत्येक उत्पाद श्रेणी के लिए दरें जीएसटी परिषद द्वारा तय की जाती हैं। पोस्ट में किया गया दावा गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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