Fact Check : प्रयागराज में मारे गए बच्चों की तस्वीर को बदायूं का बताकर फैलाया गया भ्रम

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्‍चों की निर्मम हत्‍या के बाद एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें दो मासूम बच्‍चों के शव को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ये बदायूं में मारे गए बच्‍चे हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफार्म पर इन बच्‍चों की तस्‍वीर को बदायूं का समझकर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। यह तस्‍वीर प्रयागराज में हुए एक हत्‍याकांड में मारे गए बच्‍चों की है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर दिलीप मान सिंह गहरवार ने 20 मार्च को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिख, “यूपी के #बदायूं में बच्चों की मां का रो-रोकर बुरा हाल !! सबसे पूछ रही माँ यही सवाल… मेरे बेटे ने किस “पैगम्बर” पर टिप्पणी की थी ? मेरे बच्चों ने किस “इस्लाम” पर टिप्पणी की थी ? मेरे बच्चे तो मोहम्मद साजिद और मोहम्मद जावेद को भैया बुलाते थे ? सिक्यूलरिज़िम के कीड़ों जवाब दो आज इस माँ को।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने बदायूं के नाम पर वायरल हो रही तस्‍वीर की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल गूगल लेंस का इस्‍तेमाल किया। इसके जरिए तस्‍वीर सर्च करने पर हमें भास्‍कर डॉट कॉम पर एक खबर मिली। इस खबर में वायरल तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए इसे प्रयागराज की एक घटना की बताया गया। खबर में बताया गया, “प्रयागराज के मेजा में दो मासूम बच्चों के कत्ल का सनसनीखेज मामला सामने आया है। लकी (5) और अभी (3) की नृशंस हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी सगी बुआ पूजा ने कर डाली। दोनों मासूम बुआ पूजा से लिपटे रहते थे। कभी उनके साथ सो भी जाते थे। बच्चों की मां से खुन्नस पूजा ने मासूमों से निकाली। मंगलवार रात 35 साल की पूजा ने आधी रात सोते वक्त दोनों मासूमों पर लकड़ी के पटरे से वार कर मार डाला। दोनों भाई एक ही चारपाई पर सोए थे।”

पूरी खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण के प्रयागराज संस्‍करण को खंगालना शुरू किया। 21 मार्च के संस्‍करण में संबंधित घटना से जुड़ी खबर मिली। इसमें बताया गया कि प्रयागराज के यमुनानगर में एक बुआ ने अपने दो मासूम भतीजों को पटरे से मार डाला। खबर में पुलिस के हवाले से बताया गया कि अभियुक्‍ता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

पूरी खबर को नीचे पढ़ा जा सकता है।

सर्च के दौरान वायरल तस्‍वीर से जुड़ी खबर लाइवहिंदुस्‍तान डॉट कॉम पर भी मिली। यह खबर 20 मार्च को पब्लिश की गई थी।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चारण में दैनिक जागरण, बदायूं के ब्‍यूरो चीफ कमलेश शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल तस्‍वीर बदायूं की नहीं है।

गौरतलब है कि बदायूं में 19 मार्च को दो बच्‍चों की हत्‍या कर दी गई थी। जिसके बाद एक आरोपी का एनकाउंटर कर दिया गया। संबंधित खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में प्रयागराज की घटना की तस्‍वीर को बदायूं की बताकर भ्रम फैलाने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर दिलीप मान सिंह गहरवार की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यह प्रयागराज में रहता है। इसके छह सौ से ज्‍यादा फेसबुक फ्रेंड हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। प्रयागराज में एक औरत ने अपने दो भतीजों की हत्‍या कर दी थी। उन्‍हीं मासूम बच्‍चों की तस्‍वीर को अब बदायूं में मारे गए बच्‍चों की बताकर वायरल किया जा रहा है।

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