Fact Check: न्यूक्लियर बम से घर में नहीं बनायी इस व्यक्ति ने बिजली, मजाक में लिखे गए आर्टिकल को असली समझ रहे लोग

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह पोस्ट झूठी है। यह एक सटायर आर्टिकल है। यह आर्टिकल कभी भी सीएनएन में नहीं छापा।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में कहा जा रहा है कि अमेरिका के फ्लोरिडा में एक व्यक्ति को एक खोया हुआ न्यूक्लियर बम मिला और इस व्यक्ति ने इसका इस्तेमाल अपने घर के लिए बिजली बनाने के लिए किया। पोस्ट में कहा गया है कि इसके बाद इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में यह खबर झूठी है। सीएनएन ने ऐसा कोई आर्टिकल नहीं छापा। यह एक व्यंग्य है, जिसे असली समझ लोग शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

वायरल हो रही फोटो एक न्यूज़ की क्लिप लगती है। pcgaming1998 नाम के एक इंस्टाग्राम यूजर ने इस तस्वीर को शेयर किया जिसमें लिखा था “A man in Florida was arrested for using a lost nuclear bomb to power his home.”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

पड़ताल

इस पोस्ट में खबर के नीचे सीएनएन का टाइम लाइन क्रेडिट है, इसलिए हमने इस पोस्ट को जांचने के लिए इस स्क्रीनशॉट में दी गयी हेडलाइन को सीएनएन की वेबसाइट पर ढूंढा। हमें यह खबर सीएनएन की वेबसाइट पर नहीं मिली।

गूगल कीवर्ड सर्च करने पर भी हमें यह खबर किसी भी विश्वसनीय न्यूज़ वेबसाइट पर नहीं मिली।

इसके बाद हमने वायरल पोस्ट में दी गयी स्कूबा डाइवर की तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर worldnewsdailyreport.com नाम की वेबसाइट पर एक खबर में मिली। खबर के अनुसार, “अनुवादित: जॉर्जिया: शौकिया गोताखोर को मिला लंबे समय से खोया हुआ परमाणु हथियार।” worldnewsdailyreport.com को खंगालने पर हमें पता चला कि ये एक व्यंग्य वेबसाइट है, जहाँ हास्य-व्यंग्य पर आधारित आर्टिकल लिखे जाते हैं। वेबसाइट पर दिए गए डिस्क्लेमर में लिखा था “अनुवाद, “वर्ल्ड न्यूज डेली रिपोर्ट अपने लेखों की व्यंग्यात्मक प्रकृति और उनकी सामग्री की काल्पनिक प्रकृति के लिए पूरी जिम्मेदारी लेता है। इस वेबसाइट के लेखों में दिखाई देने वाले सभी पात्र – यहां तक कि वास्तविक लोगों पर आधारित – पूरी तरह से काल्पनिक हैं और उनके और किसी भी व्यक्ति, जीवित, मृत या मरे हुए के बीच कोई समानता, विशुद्ध रूप से एक चमत्कार है।”

हालांकि, ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि इस स्कूबा डाइवर की तस्वीर को सबसे पहले 15.01.2014 को प्रकाशित एक खबर में इस्तेमाल किया गया था।

वायरल पोस्ट में पहली तस्वीर में एक सफ़ेद टीशर्ट पहने व्यक्ति दिख रहा है। इस तस्वीर की गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर theguardian.com की एक खबर में मिली। खबर के अनुसार, फोटो में दिख रहा व्यक्ति टॉड वार्नकेन है, जिसने 2016 के चुनाव अभियान के अंतिम हफ्तों के दौरान, अल्बानी, न्यूयॉर्क में एक किराने की दुकान के बाहर एक अश्वेत महिला को पीटने और नस्लीय दुर्व्यवहार करने की धमकी दी थी। महिला टैक्सी का इंतजार कर रही थी। पूरी खबर यहाँ पढ़ी जा सकती है।

जांच के अगले चरण में विश्वास न्यूज ने सीएनएन के कम्युनिकेशन इंचार्ज मैट डोर्निक से संपर्क किया। उन्होंने पोस्ट को फर्जी बताते हुए कहा,”यह आर्टिकल कभी भी सीएनएन में नहीं छपा। यह एक व्यंग्यपूर्ण साइट द्वारा बनाया गया था, जिसका सीएनएन से कोई संबंध नहीं है।”

इस पोस्ट को इंस्टाग्राम पर pcgaming1998 नामक यूजर ने शेयर किया था। इस पेज के इंस्टाग्राम पर 699K फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह पोस्ट झूठी है। यह एक सटायर आर्टिकल है। यह आर्टिकल कभी भी सीएनएन में नहीं छापा।

False
Symbols that define nature of fake news
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