Fact Check: रोते हुए जुड़वां बच्चों के इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है

वायरल पोस्ट के साथ बताई गई भावनात्मक कहानी सच्ची नहीं है। असली वीडियो ब्राज़ील का है। इन बच्चों का जन्म 2018 में साओ पाउलो में हुआ था। इन्हे जन्म देने वाले डॉक्टर ने यह वीडियो अपलोड किया था। डॉक्टर ने कन्फर्म किया कि यह दावा गलत है। बच्चों की मां एकदम सही-सलामत हैं।

Fact Check: रोते हुए जुड़वां बच्चों के इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें जुड़वां बच्चों को रोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहे बच्चे पहले रो रहे हैं और कुछ ही पलों में एक-दूसरे को गले लगाके चुप हो गए हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि इन बच्चों की मां इन्हें जन्म देते ही मर गयी, जिसके बाद बच्चे रो रहे हैं और फिर खुद ही चुप हो रहे हैं। पोस्ट में आगे अपील की गयी है कि जिस मां के बच्चे नहीं हैं, वो इनका सहारा बने। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असली वीडियो ब्राज़ील का है। इन बच्चों का जन्म 2018 में साओ पाउलो में हुआ था। इन्हें जन्म देने वाले डॉक्टर ने यह वीडियो अपलोड किया था। डॉक्टर ने कन्फर्म किया कि यह दावा गलत है। बच्चों की मां एकदम सही-सलामत हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Ranjeet Singh ने यह पोस्ट शेयर किया, जिसमें वीडियो के ऊपर लिखा था: “इन बच्चों का इनकी मां के सिवा और कोई नहीं है। मगर आज इन्हें इनकी मां भी छोड़कर इस दुनिया से चली गयी। जिस मां के बच्चे नहीं हैं वो मां इनका सहारा बने।”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। हमें साल 2018 में छपी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो मिला। रिपोर्टस के अनुसार, यह वीडियो डॉ. रोड्रिगो दा रोसा ने अपने इंस्टाग्राम पर सबसे पहले अपलोड किया था। खबर में कहीं भी किसी मार्मिक कहानी का कोई ज़िक्र नहीं था।

हमें इसी डिस्क्रिप्शन के साथ यह वीडियो westernjournal.com/ पर भी मिला। यहां भी कोई मार्मिक कहानी नहीं बताई गयी थी। खबर के अनुसार, इन बच्चों को जन्म देने वाले और इस वीडियो को अपलोड करने वाले डॉ. रोड्रिगो दा रोसा ने प्रसूति के बारे में कई किताबें लिखी हैं। वे ब्राज़ीलियाई सोसाइटी ऑफ़ ह्यूमन रिप्रोडक्शन से भी एफिलिएटेड हैं।

हमें यह ओरिजिनल वीडियो डॉ रोड्रिगो दा रोसा के इंस्टाग्राम पेज पर 28 अगस्त 2018 को अपलोडेड मिला। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “आंसुओं और खुशी में, हमेशा साथ! इसलिए मुझे जुड़वां बच्चे पसंद हैं !! #जुड़वां #चलो दुनिया भर के लोग” यहां भी किसी मार्मिक कहानी का कोई ज़िक्र नहीं था।

इस विषय में पुष्टि के लिए हमने डॉ. रोड्रिगो दा रोसा से इंस्टाग्राम मैसेंजर के ज़रिये संपर्क साधा और इस वीडियो के साथ किये जा रहे वायरल दावे के बारे में पूछा। उनके असिस्टेंट ने फ़ोन के ज़रिये हमारी बात डॉ रोड्रिगो दा रोसा से कराई। उन्होंने कहा “यह वीडियो 2018 का है। इन बच्चों का जन्म मेरे ही हाथों हुआ था। इस वीडियो को मैंने अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था। बच्चों का जन्म बिल्कुल नॉर्मल प्रक्रिया से हुआ था और जुड़वां बच्चे और उनकी मां सभी बिल्कुल सही-सलामत थे। वायरल दावा फर्जी है।”

फेसबुक पर यह पोस्ट Ranjeet Singh नामक यूजर ने शेयर की थी। इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर लंदन में रहता है।

निष्कर्ष: वायरल पोस्ट के साथ बताई गई भावनात्मक कहानी सच्ची नहीं है। असली वीडियो ब्राज़ील का है। इन बच्चों का जन्म 2018 में साओ पाउलो में हुआ था। इन्हे जन्म देने वाले डॉक्टर ने यह वीडियो अपलोड किया था। डॉक्टर ने कन्फर्म किया कि यह दावा गलत है। बच्चों की मां एकदम सही-सलामत हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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