Fact Check: इस थ्री डी डिज़ाइन वाले कप और प्लेट के साथ किया जा रहा दावा गलत है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इन कप-प्लेट के सेट को कोई अवॉर्ड नहीं दिया है।

नई दिल्ली, विश्वास न्यूज़। सोशल मीडिया पर आजकल एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहाँ थ्री डी मॉडल के कप और प्लेट देखे जा सकते हैं। वीडियो में दिख रहे इन कप और प्लेट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि सही एंगल से घुमाये जाने पर कप-प्लेट पर छपी तस्वीरें चलती हुई नज़र आती हैं। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कप और प्लेट के इन सेटों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इन कप-प्लेट के सेट को कोई अवॉर्ड नहीं दिया है।

क्या हो रहा है वायरल?

‘Triptee Sharma’ नाम एक फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया “These Cup and Saucer sets have won the Guinness Book of World Records award for Beautification. Lots of Physics/Optics is involved in designing the Illusions.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “इन कप और सॉसर सेटों ने सौंदर्यीकरण के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का पुरस्कार जीता है। इस भ्रम को डिजाइन करने में बहुत सारे भौतिकी/प्रकाशिकी शामिल हैं।”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता

पड़ताल

वायरल पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की वेबसाइट पर यह ढूंढ़ने की कोशिश की कि क्या ब्यूटीफिकेशन या सौन्दर्यकरण जैसी कोई कैटेगरी है भी या नहीं। हमें वेबसाइट पर ऐसी कोई स्पेसिफिक कैटेगरी नहीं मिली। ना ही हमें वेबसाइट पर कहीं कप-प्लेट को लेकर कोई रिकॉर्ड मिला।

इसी सिलसिले में हमने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भी जांच की। हमें यहाँ भी कहीं यह वीडियो अपलोडेड नहीं मिला।

इंटरनेट पर ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि इस कप-प्लेट को बनाने वाली कंपनी का नाम है लुइचो जो कि एक कोरियाई कंपनी है। लुइचो रिफ्लेक्टिव क्रॉकरी बनाती है।

इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने लुइचो इंक की मीडिया सलाहकार की-योंन से मेल पर संपर्क साधा। उन्होंने हमें जवाब में बताया, “लुइचो इंक, मिरर इमेजिंग का इस्तेमाल करके रिफ्लेक्टिव क्रॉकरी बनाता है और हमारे ग्राहक पूरे विश्व में हैं। हमें इस अनूठे काम के लिए कई पुरस्कार और सर्टिफिकेशन मिले हैं मगर अभी तक गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्डस में जगह नहीं मिली है।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है, Sushant Pandit नाम का फेसबुक पेज। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर भिलाई का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि डार्क स्किन टोन वाली मॉडल को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इन कप-प्लेट के सेट को कोई अवॉर्ड नहीं दिया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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