Fact Check: बुर्का पहने छात्राओं की तस्वीर को केरल महिला पुलिस का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर में दिख रही महिलाएं छात्राएं हैं, पुलिसकर्मी नहीं। यह तस्वीर 2017 में केरल के कासरगोड जिले के एक अरबी कॉलेज में ली गई थी।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में एक पुलिस अफसर के आसपास बुर्का पहने खड़ी बहुत-सी महिलाओं को देखा जा सकता है। इस फोटो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह फ़ोटो केरल की महिला पुलिस का है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर में दिख रही महिलाएं छात्राएं हैं। यह तस्वीर 2017 में केरल के कासरगोड जिले के एक अरबी कॉलेज में ली गई थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Suresh Manji Fatak’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”चौंकिए मत यह फ़ोटो साउदी अरब का नहीं है बल्कि केरल कि महिला पुलिस का है। #सोतेरहोहिन्दूओं…!i” विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी यह दावा फैक्ट चेकिंग के लिए मिला।

इस पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वीडियो के वेरिफिकेशन के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर डाला और सर्च किया। हमें 24 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर में यह तस्वीर मिली। खबर के अनुसार, इस तस्वीर में कासरगोड जिले के तत्कालीन पुलिस प्रमुख के जी साइमन छात्राओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। खबर के अनुसार, तस्वीर में दिख रही महिलाएं केरल के कासरगोड जिले में एक अरबी कॉलेज की छात्रा थीं।

इस विषय में ज़्यदा पुष्टि के लिए हमने पुलिस अधिकारी के जी साइमन से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि की कि यह तस्वीर 2017 की है, जब वे कासरगोड में एक शिक्षा संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में गए थे और वहां की छत्राओं ने उनके साथ तस्वीर खिंचवाई थी। उन्होंने आगे कहा, “तस्वीर में दिख रही महिलाएं पुलिसकर्मी नहीं, छात्राएं थीं। यह छात्राएं स्थानीय वनिता पुलिस द्वारा आयोजित ‘निर्भया’ नामक एक आत्मरक्षा कार्यशाला में भाग ले रही थीं।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है, Suresh Manji Fatak नाम का फेसबुक यूजर। इस यूजर के फेसबुक पर 1,355 फ़ॉलोअर्स हैं। यूजर मुंबई का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर में दिख रही महिलाएं छात्राएं हैं, पुलिसकर्मी नहीं। यह तस्वीर 2017 में केरल के कासरगोड जिले के एक अरबी कॉलेज में ली गई थी।

False
Symbols that define nature of fake news
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