Fact Check: टाटा कंपनी नहीं दे रही है ऐसा कोई ‘एनिवर्सरी सेलिब्रेशन’ गिफ्ट

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में पाया कि टाटा कंपनी ऐसा कोई प्रमोशन नहीं कर रही है।

Fact Check: टाटा कंपनी नहीं दे रही है ऐसा कोई ‘एनिवर्सरी सेलिब्रेशन’ गिफ्ट

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज को टाटा कंपनी की ओर से ‘एनिवर्सरी सेलिब्रेशन’ इवेंट के नाम पर वायरल किया जा रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि 150वि वर्षगांठ के मौके के अवसर पर टाटा कंपनी लोगों को कार जीतने का मौका दे रही है। इसके साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है। विश्वास न्यूज़ को अपने फैक्ट चेकिंग के वॉट्सऐप चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 और हमारे व्हाट्सप्प नंबर 9205270923 पर भी फैक्ट चेक के लिए ये दावा मिला है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में पाया कि टाटा कंपनी ऐसा कोई प्रमोशन नहीं कर रही है।

क्या हो रहा है वायरल

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक ही तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। एक यूजर ने हमारे फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 और हमारे व्हाट्सप्प नंबर 9205270923 पर भी ऐसे ही एक मैसेज को फैक्ट चेक के लिए भेजा है। इस मैसेज में लिखा है, ‘🎉🎉Tata Groups. 150th Anniversary Celebration!!🎊🎊Click on the link to participate in the event to win a car! ! ! !”

वायरल मैसेज का स्क्रीनशॉट।

हमें फेसबुक पर भी कुछ इसी तरह का मैसेज मिला। Samarendra Nath Chattopadhyay नाम के फेसबुक यूजर ने भी इसी मैसेज को शेयर किया।
Archive link

पड़ताल

विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले इन पोस्ट में शेयर किए जा रहे लिंक पर क्लिक किया। पेज के ऊपर टाटा का लोगो लगा था मगर लिंक को देखते ही पता चलता है कि यह टाटा की किसी आधिकारिक साइट का लिंक नहीं है। हमने इसे यहीं बंद किया और पड़ताल को आगे बढ़ाया।

हमने रेलिवेंट कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च भी किया। हमें ऐसे किसी स्कीम से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। टाटा जैसी प्रतिष्ठित कंपनी जब इस तरह के किसी इवेंट को आयोजित करती हैं तो प्रामाणिक मीडिया संस्थानों में उसकी कवरेज ज़रूर होती है।

हमने इस संबंध में सीधे टाटा से संपर्क किया। मैसेज पर टाटा ट्रस्ट के पीआरओ ने जवाब देते हुए कहा “यह लिंक टाटा का नहीं है। टाटा ने ऐसी कोई स्कीम लांच नहीं की है।” उन्होंने हमारे साथ टाटा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के किया गया एक ट्वीट भी शेयर किया जहाँ इस वायरल मैसेज को फेक बताया गया था।

विश्वास न्यूज़ ने इस विषय में ज़्यादा जानकारी के लिए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ एवं राजस्थान सरकार की पब्लिक ग्रीवांस कमेटी के पूर्व आईटी सलाहकार आयुष भारद्वाज से संपर्क साधा। उन्होंने हमें बताया, “यह वेबसाइट साइबर अपराधियों द्वारा तैयार की गई है। ऐसी वेबसाइटों को बनाने का मूल उद्देश्य यूजर्स के मोबाइल और लैपटॉप में मैलवेयर डालना है। उसके बाद कीलॉगिंग के माध्यम से यूज़र द्वारा टाइप की गई गुप्त सूचना जैसे कि नेटबैंकिंग आईडी सोशल मीडिया एकाउंट्स की लॉगिन इनफार्मेशन, ईमेल अकाउंट का पासवर्ड चुराया जाता है।”आयुष भारद्वाज ने भी जनता को ऐसे लिंक्स पर क्लिक न करने की सलाह दी।

हमने फेसबुक पर इस मैसेज को शेयर करने वाले प्रोफाइल Samarendra Nath Chattopadhyay की सोशल स्कैनिंग की। यूजर ने अपनी जानकारी हाइड कर रखी है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में पाया कि टाटा कंपनी ऐसा कोई प्रमोशन नहीं कर रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट