तमिलनाडु की पोट्टलपुदुर दरगाह के वीडियो को मंदिर का बताकर गलत दावा किया जा रहा है। तमिलनाडु सरकार की तरफ से इस दावे को फर्जी बताया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। तमिलनाडु के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इसमें एक भवन के अंदर की संरचना को दिखाया गया है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि तमिलनाडु के तेनकासी में प्राचीन मंदिर को सरकार की मदद से मस्जिद में बदला जा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान इस वीडियो को राजनीतिक रंग देकर पोस्ट किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो तमिलनाडु के पोट्टलपुदुर दरगाह का है। यह 1674 में स्थापित बताई जाती है। इस दरगाह के वीडियो को मंदिर का बताकर गलत दावा किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर एक यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का आग्रह किया। इसमें लिखा है, “तमिलनाडु के तेनकासी में प्राचीन हिंदू मंदिर को हाल ही में सरकार की मदद से मस्जिद के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है।”
फेसबुक यूजर ‘सनातन धर्म‘ (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। तमिलनाडु सरकार की तरफ से इस तरह की पोस्ट (आर्काइव लिंक) पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे फेक बताया गया। इसमें कहा गया कि वीडियो में पोट्टलपुदुर मोहैदीन अंडवर दरगाह दिखाई दे रही है। यह तिरुनेलवेली के तेनकासी में स्थित है। यह दरगाह अपनी डिजाइन के लिए जानी जाती है। इसकी डिजाइन द्रविडियन वास्तुकला से प्रभावित है। इस्लामिक विद्वान मोहिदीन अब्दुल कादिर जिलानी की याद में इस दरगाह का निर्माण 1674 में हुआ था। इस दरगाह पर हिंदू और ईसाई भी प्रार्थना करने आते हैं। मंदिर को मस्जिद में बदले जाने का दावा फर्जी है। इस तरह की भड़काऊ अफवाह फैलाना अपराध है।
Jaf views नाम के यूट्यूब चैनल पर आठ महीने पहले अपलोड वीडियो में इस दरगाह को दिखाया गया है।
इसमें और वायरल वीडियो में भवन के अंदर की डिजाइन एक सी है।
29 जून 2019 को जोए टीवी नाम के यूट्यूब चैनल पर भी इस दरगाह पर आयोजित समारोह के वीडियो को देखा जा सकता है।
इस बारे में हमने तमिलनाडु के स्थानीय पत्रकार सुरेश मूर्ति से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उनका कहना है कि वायरल वीडियो दरगाह का है, न कि मंदिर का। यह पोट्टलपुदुर दरगाह है।
वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के करीब 75 हजार फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: तमिलनाडु की पोट्टलपुदुर दरगाह के वीडियो को मंदिर का बताकर गलत दावा किया जा रहा है। तमिलनाडु सरकार की तरफ से इस दावे को फर्जी बताया गया है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।