Fact Check: तिरुपुर के अविनाशी लिंगेश्‍वर मंदिर की तस्‍वीरें सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे से वायरल

तमिलनाडु के तिरुपुर में अविनाशी लिंगेश्‍वर मंदिर में मानसिक रूप से विक्षिप्‍त युवक ने चोरी का प्रयास किया था। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। तमिलनाडु के तिरुपुर के अविनाशी लिंगेश्‍वर मंदिर को लेकर एक पोस्‍टकार्ड सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। कुछ यूजर्स इसको शेयर कर दावा कर रहे हैं कि तिरुपुर के अविनाशी लिंगेश्‍वर मंदिर में कुछ हिंदू विरोधी तत्‍वों ने 63 मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया। पोस्‍टकार्ड में दी गई तीन तस्‍वीरों में दो में फर्श पर कपड़े और बिखरा हुआ सामान देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अविनाशी मंदिर की तस्‍वीरों को पोस्‍ट कर भड़काऊ और भ्रामक दावा किया जा रहा है। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। दरअसल, आरोपी चोरी की नीयत से मंदिर में घुसा था। जब वह नगदी नहीं चुरा पाया तो उसने वहां रखे सीमेंट के कुछ हिस्‍सों को तोड़ दिया। आरोपी भी हिंदू समुदाय का है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘इंडिया अगेंस्‍ट एंटी-नेशनल्‍स‘ (आर्काइव लिंक) ने 23 मई को पोस्‍टकार्ड को पोस्‍ट करते हुए लिखा,

“Their hate towards Hindus will never cease

63 idols vandalized by miscreants at the ancient Avianshi Lingeshwar temple in Tiruppur of Tamil Nadu”

(अनुवाद: हिंदुओं के प्रति उनकी नफरत कभी खत्म नहीं होगी, तमिलनाडु के तिरुपुर में प्राचीन अविनाशी लिंगेश्वर मंदिर में बदमाशों ने 63 मूर्तियों को तोड़ दिया)

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले पहली तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया।  तमिल के अखबार दिनामलार की वेबसाइट पर हमें इससे संबंधित खबर 23 मई को छपी मिली। इसमें वायरल तस्‍वीरों को देखा जा सकता है। खबर के अनुसार,  “तिरुपुर के अविनाशी में लिंगेश्वर मंदिर में 22 मई को चोरी का प्रयास हुआ। मामले की जांच के दौरान मंदिर के राजगोपुर में छिपे मानसिक रूप से विक्षिप्‍त युवक को पकड़ा गया है। मंदिर में कुछ सामान का नुकसान भी हुआ है। सुबह मंदिर पुहंचने पर लोगों को इस वारदात के बारे में पता चला। पुलिस जब वहां जांच कर रही थी, तब  राजगोपुरम में शोर सुनाई दिया। वहां से एक पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्‍त युवक को पकड़ा है। युवक का नाम श्रवण भारती है।”

इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर 24 मई को इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है, “तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के अविनाशी शहर की पुलिस ने मंदिर की संपत्ति को चोरी करने और नुकसान पहुंचाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अविनाशी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि सावकातुपालयम के 32 वर्षीय  श्रवण भारती ने 22 मई की शाम को मंदिर में प्रवेश किया और रात करीब 8.30 बजे बंद होने के बाद अंदर छुप गया। आरोपी ने दानपात्र को तोड़ने का प्रयास किया। नयनमार की मूर्तियों से परिवट्टम (सिर की पट्टी) को हटा दिया और सीमेंट के कलश (बर्तन) को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। अगले दिन सुबह करीब 5 बजे जब मंदिर के पुजारी ने मुख्य द्वार खोला तो उन्होंने वहां की हालत देख कर स्थानीय पुलिस को सूचित किया। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी ने सोचा था कि जब मंदिर का दरवाजा खुलेगा तो वह भाग जाएगा, लेकिन भीड़ जमा होने के कारण वह नहीं जा पाया। पुलिस ने उस पर चोरी और पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाने समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।”

इसके बाद हमने तिरुपुर पुलिस के ट्विटर हैंडल को चेक किया। इसके रिप्‍लाई सेक्शन में हमें कुछ जवाब मिले, जो पुलिस ने यूजर्स को दिए थे। 24 कई को किए गए ट्वीट में लिखा है कि पुलिस द्वारा उचित और त्वरित जांच के बाद आरोपी श्रवण भारती (32) (हिंदू) पुत्र उधयकुमार को घटना की रिपोर्ट के 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया और रिमांड पर भेज दिया गया।

इसमें लिखा है कि उसने मंदिर में प्रवेश किया और दानपात्र के पैसे चुराने का प्रयास किया। जब वह उसको तोड़ने में असफल रहा तो बौखलाकर मंदिर में रखे कुछ सीमेंट के हिस्‍से तोड़ दिए। आरोपी ने किसी भी मूर्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया है।

इसके अनुसार, “आरोपी को मानसिक रूप से दिक्‍कत थी। मानसिक रूप से अस्थिर होने के कारण उसने यह शरारत की। वह किसी राजनीतिक संगठन से संबंधित नहीं है।”

तमिलनाडु पुलिस के आधिकारिक ट्वटिर हैंडल से भी ट्वीट (आर्काइव लिंक) कर मंदिर में चोरी कर प्रयास करने वाले आरोपी का नाम श्रवण  भारती (हिंदू) बताया गया है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने तमिलनाडु के स्‍थानीय पत्रकार सुरेश मूर्ति से संपर्क किया। उनका कहना है, “आरोपी ने मंदिर में चोरी का प्रयास किया था। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने मंदिर की फोटो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘इंडिया अगेंस्‍ट एंटी-नेशनल्‍स‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। 21 अप्रैल 2020 को बने इस पेज के करीब 129 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: तमिलनाडु के तिरुपुर में अविनाशी लिंगेश्‍वर मंदिर में मानसिक रूप से विक्षिप्‍त युवक ने चोरी का प्रयास किया था। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

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