Fact Check : सुन्नी वक्फ बोर्ड ने ‘शिरडी साई संस्थान’ की संपत्ति पर नहीं जताया हक, वायरल दावा गलत

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वक्फ बोर्ड ने शिरडी साई संस्थान पर अपना हक नहीं जताया है। यह दावा फ़र्ज़ी है। सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिरडी साई संस्थान दोनों की तरफ से इस दावे को गलत बताया गया है।

Fact Check : सुन्नी वक्फ बोर्ड ने ‘शिरडी साई संस्थान’ की संपत्ति पर नहीं जताया हक, वायरल दावा गलत

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। वक्‍फ बोर्ड ने हाल ही में दुर्ग निगम क्षेत्र और भिलाई निगम की जमीन पर अपना दावा किया है। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि शिरडी साई संस्थान की अरबों की संपत्ति पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपना हक जताया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा फर्जी है। सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिरडी साई संस्थान दोनों की तरफ से इस दावे को गलत बताया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर अजीत कुमार चोटरानी कुमार चोटरानी (अज्जू भाई) ने वायरल पोस्ट को शेयर किया है। जिस पर लिखा हुआ है, “लो हो गई रही सही कसर पूरी, “शिरडी साँई संस्थान” की अरबों की सपंत्ति पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपना हक जता दिया है, ” और बोलो सब का मालिक एक है।”

अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी समान और मिलते-जुलते दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। अगर सच में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने इस तरह का कोई दावा किया होता, तो इससे जुड़ी कोई न कोई मीडिया रिपोर्ट जरूर मौजूद होती।

हमने शिरडी साई संस्थान और सुन्नी वक्फ बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट को भी खंगाला, लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी वहां पर भी नहीं मिली।

विश्वास न्यूज़ ने पुष्टि के लिए शिरडी साई संस्थान से संपर्क किया। हमने दावे को लेकर उनसे बातचीत की। उन्होंने हमें बताया, वायरल दावा गलत है। हमने महाराष्ट्र सुन्नी वक्फ बोर्ड के सीईओ जुनैद सैयद से भी संपर्क किया। उन्होंने भी वायरल पोस्ट को गलत बताया। उन्होंने हमें बताया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से शिरडी साईं संस्थान की संपत्ति पर ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है। इस तरह का कोई प्रस्ताव न हमारे पास आया है और न पेंडिंग है।

ये दावा समय-समय पर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है। विश्वास न्यूज ने पहले भी हमने इस दावे का फैक्ट चेक किया है, जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर अजीत कुमार चोटरानी कुमार चोटरानी (अज्जू भाई)  की जांच की गई। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर लंदन में रहता है। यूजर फेसबुक पर अक्टूबर 2017 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वक्फ बोर्ड ने शिरडी साई संस्थान पर अपना हक नहीं जताया है। यह दावा फ़र्ज़ी है। सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिरडी साई संस्थान दोनों की तरफ से इस दावे को गलत बताया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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