Fact Check: बच्चे को गिफ्ट में असली प्लेन देने वाले व्यंग्य को असली समझ कर शेयर कर रहे हैं लोग

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)।सोशल मीडिया पर आजकल एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि सऊदी अरब के एक व्यक्ति ने गलती से 2 एयरबस A350 हवाई जहाज़ खरीद लिए। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि असल में ये खबर सबसे पहले एक सटायर (व्यंग्य) वेबसाइट पर मनोरंजन के उद्देश्य से पब्लिश की गयी थी, जिसके बाद में लोगों ने सच्ची घटना बताकर शेयर करना शुरू कर दिया। इस दावे का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।

CLAIM

वायरल पोस्ट में claim है कि एक सऊदी अरब के व्यक्ति ने अपने बेटे को जन्मदिन के तोहफे के लिए एयरबस A350 हवाई जहाज़ के मिनिएचर (छोटे) मॉडल खरीदने के लिए एयरबस के दफ्तर में कॉल किया और अलग भाषा के कारण कम्युनिकेशन गैप के चलते उन्होंने गलती से 2 बड़े जहाज़ खरीद लिए।

Fact Check

पोस्ट की पड़ताल शुरू करने के लिए हमने इस खबर को ढूंढ़ना शुरू किया। हमने खोजा तो पाया कि इस खबर को सबसे पहले Thin Air Today नाम की एक वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। Thin Air Today की इस खबर को खोलने पर हमने पाया कि पोस्ट के नीचे एक डिस्क्लेमर लिखा था। स्टोरी के नीचे लिखा था “Disclaimer: All content is satirical.” इसका हिंदी अनुवाद होता है “डिस्क्लेमर: सभी सामग्री व्यंग्य है।”

हमने Thin Air Today का फेसबुक पेज भी ढूंढा और पाया कि वहां भी अबाउट सेक्शन में लिखा था “SATIRE” मतलब “व्यंग्य।”

आपको बता दें कि फेक न्यूज़ (फ़र्ज़ी खबर) और सटायर (व्यंग्य ) में उतना ही फर्क है जितना ज़मीन और आसमान में। जहाँ एक ओर व्यंग्य किसी काल्पनिक घटना पर कटाक्ष होता है और सामने वाले को पता होता है इसमें कोई सच्चाई नहीं है। वहीं, फेक न्यूज के बारे में एक बड़ी आबादी को नहीं मालूम होता कि सामने वाला जानबूझकर गलत मंशा के साथ उसे वायरल कर रहा और इस कार्य में उसका निजी हित छुपा है।

हमने ज़्यादा पुष्टि के लिए Thin Air Today को फेसबुक पर कॉन्टैक्ट किया तो हमें बताया गया “Thin Air Today का उद्देश्य फेक न्यूज़ फैलाना नहीं, बल्कि मनोरंजन है। इस खबर का भी सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है। ये खबर एक काल्पनिक व्यंग्य है।”

पूछे जाने पर हमें बताया गया कि Thin Air Today को नीदरलैंड से संचालित किया जाता है और इसे लॉन्च हुए अभी एक महीना ही हुआ है।

Thin Air Today द्वारा पब्लिश की गयी खबर व्यंग्य थी जब्कि जब इसे बिना डिस्क्लेमर से दुसरे प्लेटफॉर्म्स द्वारा शेयर किया गया तो वो फेक न्यूज़ है।

इस पोस्ट को दुनिया भर में गलत दावे के साथ पोस्ट किया जा रहा है। इस पोस्ट को Hitesh Narula नाम ने फेसबुक यूजर द्वारा भी शेयर किया गया था।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि असल में ये खबर सबसे पहले एक सटायर (व्यंग्य) वेबसाइट पर मनोरंजन के उद्देश्य से शेयर की गयी थी, जिसके बाद लोगों ने इसे सच्ची घटना बताकर शेयर करना शुरू कर दिया। इस दावे का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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