Fact Check: श्रीलंका के भिक्षु के आपत्तिजनक वीडियो को हिंदू धर्मगुरु का बताकर गलत दावा वायरल

श्रीलंका के भिक्षु की आपत्तिजनक वीडियो को हिंदू धर्मगुरु से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: श्रीलंका के भिक्षु के आपत्तिजनक वीडियो को हिंदू धर्मगुरु का बताकर गलत दावा वायरल


नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्स को महिलाओं के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाया गया है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो स्वामी आनंद स्वरूप का है।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में दावा झूठा निकला। दरअसल, वायरल वीडियो श्रीलंका के भिक्षु का है। स्वामी आनंद स्वरूप की छवि को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से इस वीडियो को वायरल कर गलत दावा किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर @Halfenginear (आर्काइव लिंक) ने 28 जून को वीडियो को शेयर करते हुए इसे स्वामी आनंद स्वरूप का बताया।

फेसबुक यूजर Ulfat Express (आर्काइव लिंक) ने भी वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ पोस्ट किया है। यूजर ने लिखा है,

ये साधु महिलाओं के साथ रंगे हाथ पकड़े गए।
मुसलमानों और ईसाइयों को भारत से चले जाने का उपदेश देने वाले शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज श्रीलंका में …. के साथ पकड़े गए।

(वीडियो में दिख रही महिलाओं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से हम पोस्ट का लिंक नहीं दे रहे हैं। साथ ही पोस्ट में से एक आपत्तिजनक शब्द को भी हटा दिया गया है।)

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। श्रीलंका की वेबसाइट लंका सारा पर 8 अगस्त 2023 को एक खबर छपी है। इसमें वीडियो में दिख रहे शख्स की तस्वीर को देखा जा सकता है। खबर में लिखा है कि बोमिरिया क्षेत्र के पल्लागामा सुमाना थेरो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया था।

एशियन मिरर में 8 जुलाई 2023 को छपी खबर में भी इस शख्स का नाम पल्लागामा सुमाना थेरो बताया गया है। खबर के अनुसार, मॉन्क पर हमला करने वाले चार युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया है। थेरो ने पुलिस को शिकायत दी थी कि युवकों के एक गुट ने घर में जबरदस्ती घुसकर मां और बेटी पर हमला कर दिया था। हालांकि, बाद में थेरो ने पुलिस को दी गई शिकायत वापस ले ली और युवकों को छोड़ दिया गया। इस खबर में भी वीडियो के कीफ्रेम को देखा जा सकता है।

इससे पहले इस वीडियो को शुकराना बाबा के नाम से वायरल किया गया था। उस समय विश्‍वास न्‍यूज ने श्रीलंका की न्यूज वेबसाइट लंका न्यूज़ से  संपर्क किया था। उन्होंने वायरल दावे को गलत बताते हुए कहा था कि वायरल वीडियो बोमिरिया क्षेत्र में हुई घटना का है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम पल्लागामा सुमाना थेरो है।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 20 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: श्रीलंका के भिक्षु की आपत्तिजनक वीडियो को हिंदू धर्मगुरु से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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