Fact Check: भारत या पाकिस्तान के सैनिकों के प्रशिक्षण की नहीं है यह तस्वीर, दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास की फोटो भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज ने जब इस तस्वीर की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और ही निकली। हमने पाया यह तस्वीर सर्दियों के दौरान दक्षिण कोरियाई विशेष बलों के प्रशिक्षण की है, जिसे 2010 में खींचा गया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर जवानों की ट्रेनिंग की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें बर्फ में लेटकर एक्सरसाइज करते हुए देखा जा सकता है। इस तस्वीर को भारत और पाकिस्तान के यूजर्स अपने-अपने देश की सेना की तस्वीर के दावे के साथ इसे वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने जब इस तस्वीर की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और ही निकली। हमने पाया कि यह तस्वीर सर्दियों के दौरान दक्षिण कोरियाई विशेष बलों के प्रशिक्षण की है, जिसे 2010 में खींचा गया था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फ़ेसबुक यूजर “Great Pakistan” ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “पाकिस्तानी सैनिकों ने दुनिया की सबसे सख्त आत्मा होने का सम्मान अर्जित किया है।”

वहीं, एक अन्य फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘ये हैं इंडियन आर्मी के वो जाबाज कमांडो जिनसे चीन और पाकिस्तान थर थर कांपते हैं। जब ट्रेनिंग से थक जाते हैं तो बर्फ पर लेट जाते हैं। मानी बर्फ नहीं नरम रेत हो. जय हिंद। मा तुझे सलाम।”

पोस्ट के आर्काइव को वर्जन यहां और यहां देखें।

पड़ताल

पड़ताल शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल लेंस से सर्च किया। सर्च करने पर हमें यह तस्वीर 5 जनवरी, 2011 को BusinessInsider.com वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर में मिली। यहां खबर में इस फोटो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह दक्षिण कोरियाई स्पेशल फोर्सेज की उनके विंटर ट्रेनिंग के दौरान की फोटो है। यहां फोटो क्रेडिट में हम AP Photo लिखा हुआ देख रहे हैं।

पड़ताल जारी रखते हुए हम एपी फोटोज की गैलरी में पहुंचे और वहां कीवर्ड सर्च किया। सर्च करने पर हमें यह वायरल तस्वीर मिली। तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के अनुसार, ‘दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में शुक्रवार, 8 जनवरी, 2010 को शीतकालीन अभ्यास के दौरान दक्षिण कोरियाई विशेष युद्ध बल बर्फ पर लेट गया। महीने भर चलने वाले शीतकालीन अभ्यास में 200 से अधिक सैनिकों ने भाग लिया।’

हमें दक्षिण कोरिया के इस शीतकालीन अभ्यास की अन्य तस्वीरें भी मिलीं जो वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती दिख रही हैं।

इस संबंध में हमसे बात करते हुए दैनिक जागरण में रक्षा मंत्रालय को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्रा ने बताया कि भारतीय सेना भी सख्त ट्रेनिंग करती है, इसलिए अक्सर यूजर गलत संदर्भ में अन्य फोटो शेयर कर देते हैं।

पाकिस्तान के आज टीवी के पत्रकार आदिल अली ने विश्वास न्यूज से बात करते हुए कहा कि इस तस्वीर का पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है।

भ्रामक फोटो शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर इससे पहले भी फर्जी पोस्ट शेयर कर चुकी हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जब इस तस्वीर की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और ही निकली। हमने पाया यह तस्वीर सर्दियों के दौरान दक्षिण कोरियाई विशेष बलों के प्रशिक्षण की है, जिसे 2010 में खींचा गया था।

False
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