Fact Check : साउथ अफ्रीका के वीडियो को राजस्‍थान के मंदिर का बताकर किया जा रहा वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में सिरोही के नाम पर चीता वाली वायरल पोस्‍ट फेक निकली। साउथ अफ्रीका के पुराने वीडियो को कुछ लोग राजस्‍थान का बताकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक इंसान को चीता के साथ सोते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह राजस्‍थान के सिरोही में पिपलेश्‍वर महादेव मंदिर का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। वायरल वीडियो साउथ अफ्रीका का है। इसका राजस्‍थान से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर सुरेश दरबारी ने 6 अगस्‍त को एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘यह विडियो पिपलेश्वर महादेव मंदिर मोछाल (सिरोही) का है हर रोज ये चीता परिवार मन्दिर के सेवक को अपना समझ कर उनके साथ सो जाते हैं।’

यह वीडियो फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप और यूट्यूब पर खूब ज्‍यादा वायरल हो रहा है। फेसबुक पोस्‍ट का आकाईव वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो में दिख रहा शख्‍स हमें कहीं से भी मंदिर का सेवक जैसा नजर आया। यह कोई विदेशी शख्‍स था। इसके बाद हमने वायरल वीडियो को InVID में अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले और फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। वायरल वीडियो हमें कई जगह मिला।

ओरिजनल वीडियो हमें डॉल्फ सी वोल्कर (Dolph C. Volker) के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 21 जनवरी 2019 को अपलोड किया गया। 6:45 मिनट के इस वीडियो के बारे में डॉल्‍फ ने लिखा कि यह साउथ अफ्रीका के चीता ब्रीडिंग सेंटर का वीडियो है। स्‍पेशल परमिशन से उन्‍हें इन चीता के साथ रात गुजारने को मिली। यह पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल के अगले चरण में हमने नईदुनिया के जयपुर के वरिष्‍ठ संवाददाता मनीष गोधा से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो का राजस्‍थान से कोई संबंध नहीं है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि यूजर सुरेश दरबारी के कुल 4951 फेसबुक फ्रेंड हैं। ये धार्मिक पोस्‍ट ज्‍यादा अपलोड करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में सिरोही के नाम पर चीता वाली वायरल पोस्‍ट फेक निकली। साउथ अफ्रीका के पुराने वीडियो को कुछ लोग राजस्‍थान का बताकर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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