Fact Check : मथुरा के रेलवे स्‍टेशन पर यात्री के साथ सिपाहियों ने की बदसलूकी, वीडियो असम के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि यूपी के मथुरा जंक्‍शन रेलवे स्‍टेशन पर जीआरपी के दो सिपाहियों ने जमीन पर लेटे यात्री को लात मारा था। उसी वीडियो को अब असम और बिहार से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। रेलवे स्‍टेशन पर एक यात्री के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दो सिपाहियों को जमीन पर लेटे एक यात्री के साथ बदसलूकी करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह असम की घटना है। वहां बिहारियों के साथ असम पुलिस ने यह बदसलूकी की है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि यूपी के मथुरा जंक्‍शन रेलवे स्‍टेशन पर जीआरपी के दो सिपाहियों ने जमीन पर लेटे यात्री को लात मारा था। उसी वीडियो को अब असम और बिहार से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर दीपक सिंह कश्‍यप सन ऑफ किसान ने 30 मार्च को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, बिहारियों के साथ असम पुलिस।

वायरल वीडियो को असम का समझकर कई यूजर्स वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच की शुरुआत गूगल ओपन सर्च टूल से की। यहां संबंधित अलग-अलग कीवर्ड टाइप करके सर्च किया गया।इस दौरान एबीपी लाइव डॉट कॉम पर एक खबर मिली। 30 मार्च 2023 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि मथुरा रेलवे स्‍टेशन पर यात्री को लात मारने वाले जीआरपी के दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। खबर में यह भी बताया गया कि दोनों सिपाहियों के खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। वीडियो को होली के आसपास का बताया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान अमर उजाला की वेबसाइट पर भी यह खबर मिली। 30 मार्च को पब्लिश इस खबर में वीडियो के कीफ्रेम्‍स का इस्‍तेमाल करते हुए बताया गया गया कि मथुरा में रेलवे स्टेशन पर लेटे युवक को हटाने के लिए जीआरपी सिपाहियों ने उसे लातों से कुचला। इसका वीडियो सामने आने के बाद एसपी जीआरपी ने जांच के आदेश दिए हैं। दोषी पाए जाने पर दोनों सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें।

भास्‍कर डॉट कॉम पर पब्लिश खबर के अनुसार, वायरल होते हुए वीडियो मथुरा जीआरपी के सीनियर अफसरों तक पहुंच गया। इसके बाद अफसरों ने वीडियो की जांच कराई। सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए। इसमें यह वीडियो 8 मार्च यानी होली के दिन का निकलकर सामने आया। इसके बाद अफसरों ने जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल परविंदर और कॉन्स्टेबल विजय को लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच सीओ आगरा जीआरपी को सौंप दी है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, मथुरा के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। 30 मार्च को प्रकाशित एक खबर में बताया गया कि मथुरा जंक्‍शन रेलवे स्‍टेशन पर सो रहे यात्री को जीआरपी के जवानों दवारा लात मारकर उठाने का वीडियो वायरल होने के बाद इसकी जांच की जा रही है। यह वीडियो होली के आसपास का बताया जा रहा है। खबर में बताया गया कि दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चरण दैनिक जागरण, मथुरा के प्रभारी विनीत मिश्रा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो मथुरा जंक्‍शन रेलवे स्‍टेशन का है।

पड़ताल के अंत में मथुरा के वीडियो को असम का बताकर वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर दीपक सिंह कश्यप सन ऑफ किसान के अकाउंट को पचास हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह अकाउंट 13 मई 2019 को बनाया गया था।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो यूपी के मथुरा रेलवे स्‍टेशन का निकला। इसका असम और बिहार से कोई संबंध नहीं है।

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