Fact Check : यूपी के सीतापुर में बच्चे की पिटाई का वीडियो हरिद्वार का बताया जा रहा, पुलिस ने किया केस दर्ज

बच्चे की पिटाई का वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने के मामले में हरिद्वार पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक बच्चे की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक युवक को बच्चे को पीटते हुए देखा जा सकता है। उनके आसपास कुछ और बच्चे खड़े हुए हैं। वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो हरिद्वार के एक अनाथ आश्रम का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि बच्चे को पीटने का वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है, हरिद्वार का नहीं। हरिद्वार पुलिस ने भी इसे सीतापुर का बताते हुए अफवाह नहीं फैलाने की सलाह दी है। हरिद्वार के एसएसपी ने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। वीडियो भ्रामक दावे से वायरल करने पर हरिद्वार पुलिस ने केस भी दर्ज किया है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Anshu Kesarwani (आर्काइव लिंक) ने 3 दिसंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

“हरिद्वार के अनाथ आश्रम की सच्चाई देखो इसको इतना शेयर करें की इस कसाई को सजा होनी चाहिए”

एक्स यूजर Shekhar Kelhe (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 26 नवंबर को इनशॉर्ट्स पर इससे संबंधित खबर को देखा जा सकता है। इसमें लिखा है कि हरिद्वार पुलिस ने वायरल वीडियो को यूपी के सीतापुर का बताया है।

इसके बाद हमने हरिद्वार पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल को चेक किया। 27 नवंबर को वीडियो के कीफ्रेम को पोस्ट (आर्काइव लिंक) कर जानकारी दी गई कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। इसके साथ किया जा रहा दावा गलत है। साथ ही पुलिस ने अफवाहों से बचने की सलाह दी।  

28 नवंबर को हरिद्वार के एक्स हैंडल से एसएसपी का वीडियो पोस्ट किया गया। इसमें वह कह रहे हैं कि वायरल वीडियो सीतापुर का अक्टूबर का है। अब यह वीडियो हरिद्वार का बताकर शेयर किया जा रहा है। इसको भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में हमने हरिद्वार कोतवाली नगर के फोन पर संपर्क किया। उस पर कॉन्स्टेबल राजेश ने बताया, “पुलिस की तरफ से साफ किया गया कि वायरल वीडियो हरिद्वार का नहीं है। यह सीतापुर का है। इसे गलत दावे के साथ पोस्ट करने पर एक यूजर के खिलाफ अज्ञात में केस भी दर्ज किया गया है।

इसके बाद हमने सीतापुर की घटना को लेकर सर्च किया तो दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर दो माह पहले छपी खबर मिली। इसमें वीडियो के कीफ्रेम को देखा जा सकता है। इसके अनुसार, मामला सीतापुर के सिधौली थाना क्षेत्र के संस्कृत विद्यालय का है। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है।

9 अक्टूबर को सीतापुर पुलिस ने एक्स अकाउंट पर वीडियो (आर्काइव लिंक) जारी कर कहा कि वीडियो सीतापुर के संस्कृत विद्यालय का है। आरोपी सतीश के खिलाफ केस दर्ज कर उसको हिरासत में ले लिया गया है।  

इससे पहले इस वीडियो को आएसएस से जोड़कर शेयर किया गया था। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। प्रयागराज के रहने वाले यूजर के करीब 2 हजार फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: बच्चे की पिटाई का वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने के मामले में हरिद्वार पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।

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