Fact Check: सिद्धारमैया ने नहीं किया फुटबॉलरों का अपमान, बीजेपी शासन का पुराना वीडियो झूठे दावे के साथ वायरल
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा संतोष ट्रॉफी विजेता फुटबॉल टीम को अपने आवास के बाहर फुटपाथ पर इंतजार करवाए जाने की घटना मार्च 2023 की है और उस समय राज्य में बीजेपी की सरकार थी, कांग्रेस की नहीं।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Jun 14, 2023 at 01:46 PM
नई दिल्ली विश्वास न्यूज। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने संतोष ट्रॉफी विजेता फुटबॉल टीम को अपने आवास के बाहर फुटपाथ पर इंतजार करवाया। वीडियो में एक शख्स सवाल कर रहा है कि फुटबॉल टीम को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए घंटों फुटपाथ पर इंतजार क्यों कराया गया। वीडियो को वायरल करते हुए कांग्रेस की कर्नाटक सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। घटना मार्च 2023 की है और उस समय राज्य में बीजेपी की सरकार थी, कांग्रेस की नहीं।
क्या है वायरल पोस्ट में।
विराज रेवडेकर नाम के फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को 12 जून को शेयर करते हुए साथ में लिखा, “कर्नाटक राज्य फुटबॉल टीम ने हाल ही में, सऊदी अरब में, संतोष ट्रॉफी जीती, और इन खिलाड़ियों के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने ऐसा व्यवहार किया। कांग्रेसियों को, यासीन मलिक, अफजल गुरु जैसे आतंवादियों के लिए भरपूर समय हैं। आतंकवादियों की पैरवी करने के लिए, आधी रात को कोर्ट खुलवाते हैं।”
पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इस घटना के बारे में कीवर्ड सर्च किया। हमें पता चला कि कर्नाटक फुटबॉल टीम ने 4 मार्च, 2023 को सऊदी अरब के रियाद में मेघालय को 3-2 से हराकर संतोष ट्रॉफी जीती थी।
ibtimes और asianetnews की 18 मार्च की ख़बरों के अनुसार, तत्कालीन कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने संतोष ट्रॉफी विजेता कर्नाटक टीम के खिलाड़ियों को फुटपाथ पर इंतजार कराया था।
आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को घोषित किए गए और सिद्धारमैया ने 22 मई को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वहीं, संतोष ट्रॉफी का फाइनल मैच 4 मार्च को खेला गया था और टीम तत्कालीन मुख्यमंत्री से 18 मार्च को मिली थी।
हमने इस विषय में कर्नाटक बेस्ड स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट संतोष नाइक से संपर्क साधा। उन्होंने बताया, “यह घटना तब हुई, जब बसवराज बोम्मई कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे। सिद्धारमैया शासन में अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है। बोम्मई ने संतोष ट्रॉफी चैंपियन को नजरअंदाज किया था और फुटपाथ पर इंतजार कराया था, जिस कारण खेल प्रेमियों ने उनकी काफी निंदा की थी।
वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर विराज रेवडेकर की प्रोफ़ाइल को स्कैन करने पर पता चलता है। यूजर ने अपनी जानकारी हाइड की हुई है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा संतोष ट्रॉफी विजेता फुटबॉल टीम को अपने आवास के बाहर फुटपाथ पर इंतजार करवाए जाने की घटना मार्च 2023 की है और उस समय राज्य में बीजेपी की सरकार थी, कांग्रेस की नहीं।
- Claim Review : कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने फ़ुटपाथ पर फ़ुटबॉल टीम को इंतज़ार कराया
- Claimed By : FB user विराज रेवडेकर
- Fact Check : झूठ
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