Fact Check: राम मंदिर निर्माण के लिए सांवरिया सेठ मंदिर मंडफिया ट्रस्ट ने नहीं दिये 50 करोड़ रुपये, वायरल दावा फेक

श्री सांवरिया सेठ मंदिर की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये नहीं दिए गए हैं। सोशल मीडिया फर्जी पोस्ट वायरल हो रही है।

Fact Check: राम मंदिर निर्माण के लिए सांवरिया सेठ मंदिर मंडफिया ट्रस्ट ने नहीं दिये 50 करोड़ रुपये, वायरल दावा फेक

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राम मंदिर निर्माण के लिए 3200 करोड़ से ज्यादा का चंदा आ चुका है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें कुछ लोगों को नोटों के बंडल के साथ देखा जा सकता है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि सांवरिया सेठ मंदिर मंडफिया ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये दिए हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है। सांवरिया सेठ मंदिर मंडफिया ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये नहीं दिए हैं।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Mukesh Gurjar Mukesj (आर्काइव लिंक) ने 16 जनवरी को तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा,

“अयोध्या श्री रामलला मन्दिर निर्माण के लिए सांवलिया सेठ मन्दिर मण्डफिया ट्रस्ट ने दिये 50 करोड रुपये। जय सांवलिया सेठ की जय।
जय श्रीराम
जय जय राजस्थान। राजस्थान वासियो और राजस्थान की जय।
श्री राम भक्त राजस्थानियों की जय हो।”

फेसबुक पर कुछ अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

सांवरिया सेठ मंदिर को लेकर वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। 10 जनवरी 2024 को एनडीटीवी राजस्थान की वेबसाइट पर छपी खबर में इस तस्वीर को देखा जा सकता है। खबर में लिखा है, “राजस्थान के चित्तोड़गढ़ में स्थित श्री सांवलिया सेठ जी महाराज के दानपात्र से इस महीने भी करोड़ों रुपये निकले हैं। जनवरी में भंडारे से 12 करोड़ से भी ज्यादा रुपये निकले थे। दो दिवसीय मासिक मेला के पहले दिन भंडार खोला गया। चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं।” खबर में राम मंदिर निर्माण के लिए दान के बारे में कोई जिक्र नहीं है।

कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।

श्री सांवरिया सेठ की वेबसाइट पर भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। मंदिर के एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर नंद किशोर टेलर से हमने संपर्क कर वायरल पोस्ट साझा की। उनका कहना है, “मंदिर की ओर से ऐसा कोई दान नहीं दिया गया है। राम मंदिर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये देने की बात झूठी है। किसी ने शरारत करते हुए इस फर्जी पोस्ट को शेयर किया है।

अंत में हमने गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। सवाई माधोपुर में रहने वाले यूजर के करीब 5100 फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: श्री सांवरिया सेठ मंदिर की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये नहीं दिए गए हैं। सोशल मीडिया फर्जी पोस्ट वायरल हो रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
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