Fact Check: शिवा गुर्जर हत्याकांड में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, पांच आरोपियों में से चार उसी समुदाय के
शिवा गुर्जर हत्याकांड को भ्रामक दावे के साथ सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। घटना का मुख्य आरोपी नाबालिग है, जो शिवा के समुदाय का ही है। साथ ही तीन अन्य आरोपी भी हिंदू हैं जबकि एक मुस्लिम है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। हालांकि, हमें फोटो में दिख रहे शख्स के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है। हम इस फोटो की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Mar 31, 2022 at 02:05 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कुछ दिन से सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक्स वायरल हो रहा है। ग्राफिक्स में कार के साथ एक शख्स की फोटो लगी हुई है। साथ में अखबार की न्यूज की एक कटिंग भी लगी हुई है। अखबार में छपी खबर में लिखा है कि नारायणा थाने से कुछ दूर गाड़ी हटाने को लेकर शिवा की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक नाबालिग समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि शिवा की हत्या 15 से 20 मुस्लिमों ने की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि घटना को भ्रामक दावे के साथ सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इसमें पांच में चार आरोपी हिंदू हैं। चाकू मारने वाला नाबालिग आरोपी भी हिंदू है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Rajinder Sharma (आर्काइव) ने 28 मार्च को यह ग्राफिक्स शेयर किया है। ग्राफिक्स के साथ में लिखा है,
यह घटना नारायणा गाँव न्यू दिल्ली की है जिसमें एक मुस्लिम लड़के और उसके साथियों द्वारा हमारे भाई को चाकूओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया जाता है जिसमें पुलिस भी उनका साथ दे रही है सभी भाई साथ दे और इंसाफ़ दिलवाने में मदद करे
इसके साथ में कैप्शन लिखा है,
दिल्ली नारायणा में पहलवान शिवा गुर्जर ने गाड़ी साइड में नहीं खड़ी की तो 15 से 20 मुहम्मद पैगम्बरी नमाजियों ने उसके सीने पे बीच रोड 78 बार चाकू मारे।
हुआ होगा कोई नरसंहार 32 साल पहले
कश्मीर में, अपनी दिल्ली में तो ये रोज़ की कहानी है।
हिंदुओं सोते रहो.
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे सर्च किया। इसमें हमें आज तक पर 19 मार्च को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, 18-19 मार्च की रात 10 बजे शिवा अपनी स्कूटी से आ रहा था। जब वह नारायण में थाने के पीवीआर सिनेमा के पास पहुंचा तो उसकी स्कूटी पान की दुकान पर किसी से टच हो गई। इसके बाद आपसी कहासुनी हुई फिर एक शख्स ने चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी समेत पांच लोगों को पकड़ा है।
20 मार्च को The Times of India में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल ले जाते समय रास्ते में 29 वर्षीय शिवा गुर्जर की मौत हो गई। शुक्रवार की रात को शिवा नारायणा में पीवीआर कॉम्प्लेक्स में तीन साथियों के साथ पान खाने गया था। पार्किंग एरिया के शुरुआत में शिवा की मोटरसाइकिल पान की दुकान के सेल्स ब्वॉय वकील को छू गई। इसके बाद वकील ने पान की दुकान पर काम करने वाले अन्य कर्मचारियों व मालिक को बुला लिया। मारपीट में नाबालिग ने शिवा के सीने में चाकू मार दिया। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक नाबालिग भी शामिल है। आरोपियों की पहचान वकील (23), धर्मेंद्र राय (53), रामानुज राय (22) और सचिन राय (22) के रूप में हुई है।
हमें दिल्ली पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इसी घटना से संबंधित एक ट्वीट मिला। ट्वीट में पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मामला सांप्रदायिक नहीं है, बल्कि आपसी मारपीट से जुड़ा है। घटना से संबंधित सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। केस में कोई ढिलाई नहीं बरती गई है। मरने वाला शख्स और मारने वाला, दोनों एक ही समुदाय के हैं। इसको सांप्रदायिक रंग देने की जो कोशिश की जा रही है, वह निराधार है।
इस बारे में हमने नारायणा थाने के प्रभारी समीर श्रीवास्तव से बात की। उनका कहना है, यह घटना 18-19 मार्च की रात की है। इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है। आरोपियों में चार हिंदू और एक मुस्लिम है। चाकू मारने वाला मुख्य आरोपी नाबालिग भी हिंदू है।
फोटो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Rajinder Sharma की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह एक विचारधारा से प्रेरित हैं।
निष्कर्ष: शिवा गुर्जर हत्याकांड को भ्रामक दावे के साथ सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। घटना का मुख्य आरोपी नाबालिग है, जो शिवा के समुदाय का ही है। साथ ही तीन अन्य आरोपी भी हिंदू हैं जबकि एक मुस्लिम है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। हालांकि, हमें फोटो में दिख रहे शख्स के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है। हम इस फोटो की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
- Claim Review : शिवा की हत्या 15 से 20 मुस्लिमों ने की है।
- Claimed By : FB User- Rajinder Sharma
- Fact Check : भ्रामक
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...