Fact Check: पैरों से तीरंदाजी करने वालीं शीतल देवी ने पैरालंपिक्स में गोल्ड नहीं, ब्रॉन्ज जीता

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि शीतल देवी ने  राकेश कुमार के साथ मिक्स्ड टीम कंपाउंड ओपन आर्चरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

Fact Check: पैरों से तीरंदाजी करने वालीं शीतल देवी ने पैरालंपिक्स में गोल्ड नहीं, ब्रॉन्ज जीता

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर तीरंदाज शीतल देवी की एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पेरिस के पैरा ओलंपिक खेलों में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। दरअसल शीतल देवी ने राकेश कुमार के साथ मिक्स्ड टीम कंपाउंड ओपन आर्चरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक अनिल शास्त्री ने 4 सितंबर 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “17 वर्षीय शीतल पेरिस पैरालंपिक की पहली गोल्ड विजेता तीरंदाज महिला जिनके दोनों हाथ नहीं हैं।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 3 सितंबर 2024 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, शीतल देवी और राकेश कुमार ने मिक्स्ड टीम कम्पाउंड  इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। शीतल और राकेश ने प्ले-ऑफ मैच में इटली के माटेओ बोनासिना और एलोनोरा सारती को हराकर मेडल अपने नाम किया था।

टीवी9 की वेबसाइट पर 2 सितंबर 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शीतल देवी सिंगल्स इवेंट में एक प्वाइंट से हार गई थी। दरअसल प्री क्वार्टर फाइनल राउंड में उनका मुकाबला चिली की मारियाना जुनिगा से था। दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। शीतल देवी ने  प्री क्वार्टर फाइनल राउंड में  137 प्वाइंट  हासिल किए थे, तो वहीं मारियाना को 138 प्वाइंट  मिले थे और शीतल देवी तीरंदाजी से बाहर हो गई थी। 

अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पर पढ़ा जा सकता है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने ओलंपिक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी इस बारे में सर्च किया। वहां पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, शीतल देवी ने मिक्स्ड टीम काम्पाउंड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। ओलंपिक की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने पैरालंपिक्स में अभी तक गोल्ड नहीं जीता है।

अधिक जानकारी के लिए दैनिक जागरण के खेल संपादक अभिषेक त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि शीतल देवी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

अंत में हमने पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को छह हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि शीतल देवी ने राकेश कुमार के साथ मिक्स्ड टीम कंपाउंड ओपन आर्चरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। 

Misleading
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