Fact Check: शाहरुख खान के 5 साल पुराने दही-हांडी के वीडियो को गलत संदर्भ में किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में शाहरुख खान के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2017 का है। जिसे लोग अब भ्रामक संदर्भ में शेयर कर रहें हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो अपनी आगामी फिल्मों के बायकॉट से डर गए हैं। इस वजह से वह जन्माष्टमी के मौके पर होने वाले दही-हांडी के आयोजन में शामिल हुए। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2017 का है। जिसे लोग अब गलत संदर्भ में शेयर कर रहें हैं। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर विपुल खत्री राष्ट्रवादी ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बायकॉट ने क्या हालत कर दी है पठान की। एक कहावत है, जब गां… लगी गां… लगी…..@#$$#@…खैर शाहरुख खान अब जो भी कर ले, केवल मटका नहीं, उस नारियल को अपने सर पर फोड़ ले… कुछ नहीं होने।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें यह वीडियो SRK In Our Veins नामक एक यूट्यूब चैनल पर 16 अगस्त 2017 को अपलोड मिला। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट बॉलीवुड यूट्यूब चैनल Filmi Beat पर 17 अगस्त 2017 को अपलोड मिली। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, साल 2017 में शाहरुख खान ने अपने घर मन्नत में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई थी। 

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो कई अन्य यूट्यूब चैनल पर साल 2017 को अपलोड मिला।

बॉलीवुड वेबसाइट पिंकविला की वेबसाइट पर भी हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट मिली। 17 अगस्त 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, जन्माष्टमी के मौके पर शाहरुख खान ने अपने घर मन्नत में दही-हांडी का कार्यक्रम रखा। इस दौरान उन्होंने खुद कुछ लोगों के साथ मिलकर दही-हांडी फोड़ी। बॉलीवुड वेबसाइट B4U ने शाहरुख खान के इस वीडियो को 16 अगस्त 2017 को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण, मुंबई में एंटरटेनमेंट कवर करने वाली वरिष्‍ठ पत्रकार स्मिता श्रीवास्‍तव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो 5 साल पुराना है।

पूरी तरह से पुष्टि के लिए हमने शाहरुख खान की टीम से संपर्क किया। शाहरुख की टीम ने भी इसे फर्जी बताया है। 

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर विपुल खत्री राष्ट्रवादी की सोशल स्‍कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि फेसबुक पर यूजर के 36,425 फॉलोअर्स हैं। विपुल खत्री राष्ट्रवादी नामक यह पेज जुलाई 2010 से फेसबुक पर सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में शाहरुख खान के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2017 का है। जिसे लोग अब भ्रामक संदर्भ में शेयर कर रहें हैं।

Misleading
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