उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख खान की आगामी फिल्म पठान का बहिष्कार करने की अपील नहीं की है। 2015 में शाहरुख खान पर दिए गए उनके पुराने बयान को पठान फिल्म के संदर्भ में गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म पठान को लेकर जारी विवाद लोकसभा तक पहुंच चुका है। इसी बीच शाहरुख खान की अलोचना करते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी ने शाहरुख खान की फिल्म पठान की अलोचना करते हुए लोगों से फिल्म का बहिष्कार करने की अपील की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सीएम योगी के वायरल वीडियो का शाहरुख खान की फिल्म पठान से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो साल 2015 का है, जब उन्होंने शाहरुख खान के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बयान दिया था कि शाहरुख खान राष्ट्र विरोधी बयान देने वाले लोगों का समर्थन कर रहे हैं। उन्हें ये याद रखना चाहिए अगर देश का बहुसंख्यक उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर देगा, तो उन्हें सड़कों पर भटकना पड़ेगा। अब सोशल मीडिया यूजर्स उनके पुराने बयान को पठान फिल्म से जोड़ते हुए गलत संदर्भ में शेयर कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर संकल्प सवेरा ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “शाहरुख खान की पठान मूवी ना देखने के लिए मुख्यमंत्री बाबा योगी जी का संदेश.. इस सन्देश को घर-घर पहुँचायें.. यह वीडियो बहुत महत्वपूर्ण है.. आप जिस किसी बड़े ग्रूपसे जुड़े हो उसमें भी इसे भेजो और परिवारके युवाओं को सुनाओ।”
पोस्ट को सच समझ कर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट इंडियन एक्सप्रेस पर 4 नवंबर 2015 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, ‘शाहरुख खान ने अपने 50वें जन्मदिन पर देश में चरम असहिष्णुता की बात की थी।’ शाहरुख खान के इस बयान की आलोचना कई बीजेपी नेताओं ने की थी।
इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘यह पहली बार नहीं है, जब शाहरुख खान ऐसा कर रहे हैं। शाहरुख खान को यह याद रखना चाहिए कि अगर देश का बहुसंख्यक समाज उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर देगा तो एक आम मुसलमान की तरह उनको भी सड़कों पर भटकना पड़ेगा। मुद्दों पर तथ्यों पर बात होनी चाहिए। भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को खराब करने की जो अंतरराष्ट्रीय साजिशें हो रही हैं, उससे सभी को बचना चाहिए…….दुनिया का कोई सहिष्णु समाज है तो वह हिंदू समाज है। हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए कोई इस तरह के षडयंत्रों में शामिल है तो उसकी सामूहिक निंदा होनी चाहिए और उसका सामूहिक बहिष्कार होना चाहिए।’
द हिंदू, दैनिक जागरण और द क्विंट ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
पड़ताल के दौरान हमें यह वीडियो द क्विंट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। वीडियो को 4 नवंबर 2015 को शेयर किया गया था। वीडियो में वायल वीडियो वाले बयान को सुना जा सकता है।
जब योगी आदित्यनाथ ने यह बयान दिया था, उस दौरान वो गोरखपुर के सांसद थे, न कि उत्तर प्रदेश के सीएम। ऐसे में ये साफ होता है कि वायरल वीडियो का हालिया पठान विवाद से कोई संबंध नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमने गोरखपुर के स्थानीय पत्रकार धीरेंद्र विक्रमादित्य गोपाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह वीडियो काफी पुराना है, जिसे अब पठान फिल्म से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
पहले भी यह दावा वायरल हो चुका है। जिसकी पड़ताल हमने की थी, जिसे आप यहां पर पढ़ सकते हैं।
पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर संकल्प सवेरा की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर को 14 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख खान की आगामी फिल्म पठान का बहिष्कार करने की अपील नहीं की है। 2015 में शाहरुख खान पर दिए गए उनके पुराने बयान को पठान फिल्म के संदर्भ में गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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