वीडियो में नजर आ रहा शख्स सौरभ कृपाल नहीं है। वायरल वीडियो दमन सिंह चौधरी का है। उनके वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्स को समुद्र किनारे डांस करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को ‘सुप्रीम कोर्ट के जज कृपाल सिंह के बेटे सौरभ कृपाल’ के नाम से वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा फर्जी और आपत्तिजनक साबित हुआ। सुप्रीम कोर्ट में 2002 में कृपाल सिंह नहीं, बल्कि भूपिंदर नाथ कृपाल सीजेआई थे। उनके बेटे का नाम सौरभ कृपाल है, जो कि वरिष्ठ एडवोकेट हैं। वीडियो में नजर आ रहा शख्स सौरभ कृपाल नहीं है। वायरल वीडियो दमन सिंह चौधरी का है। उनके वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर संजय मेहरोत्रा ने 9 जून को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “मिलोर्ड की मस्ती इन आंखों की मस्ती के मस्ताने कितने हैं पता नहीं..कॉलेजियम सिस्टम के तहत समलैंगिक सौरभ किरपाल बन सकते हैं SCके मिलोर्ड। ये वर्तमान मे SC के जज कृपाल सिंह की औलाद है जिसे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने के लिए कॉलेजियम लॉबी ने समलेंगिक कानून को मान्यता दी।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्स निकाले। इसके लिए स्निप टूल का इस्तेमाल किया। इसके बाद इसे गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। यह वीडियो फर्जी दावे के साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर मिला। सर्च के दौरान ही सबसे पुराना वीडियो दमन सिंह चौधरी नाम के एक इंस्टाग्राम हैंडल पर मिला। जांच को आगे बढ़ाते हुए दमन सिंह चौधरी से संपर्क किया। दमन रन वे लाइफस्टाइल डॉट कॉम के को-फाउंडर हैं। उन्होंने बताया कि वीडियो उन्हीं का है। वे किसी नेता के बेटे नहीं हैं। दावा फर्जी है। पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए सौरभ कृपाल के ट्विटर हैंडल को स्कैन करना शुरू किया। 4 मई को किया गया एक ट्वीट मिला। इसमें लिखा गया कि एक आदमी के डांस के वीडियो को वायरल करते हुए उनका बताया जा रहा है। यह वीडियो उनका नहीं है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अगले चरण में सौरभ कृपाल से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे शख्स वे नहीं है। इस शख्स का नाम दमन चौधरी है।
सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिकता से जुड़ी याचिका की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश डॉ डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली पांच जजों की संविधान पीठ कर रही है। इसमें मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के अलावा इस पीठ में जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस हिमा कोहली भी शामिल है। पूरी खबर यहां पढ़ें।
एक अन्य वीडियो भी मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल हो चुका है। इसकी जांच भी विश्वास न्यूज ने की थी। उस पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले शख्स के अकाउंट की जांच की गई। फेसबुक यूजर संजय मेहरोत्रा जयपुर में रहते हैं। एक राजनीतिक दल के समर्थक इस यूजर को 222 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम दमन सिंह चौधरी है। वीडियो में वरिष्ठ एडवोकेट सौरभ कृपाल नहीं हैं।
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