Fact Check: जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया स्क्रिप्टेड वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल गोलगप्पे के पानी में हार्पिक मिलते युवक का वीडियो स्क्रिप्टेड है। वीडियो जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, इसे कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

Fact Check: जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया स्क्रिप्टेड वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा शेयर 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक विशेष समुदाय का शख्स गोलगप्पे के पानी में हार्पिक मिलाता हुआ पकड़ा गया। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को गलत पाया। वीडियो जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, इसे कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

क्या है वायरल दावे में ?

फेसबुक यूजर DrHarish Joshi ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “जुबेर नाम का जिहादी, पानी पताशे के पानी में हार्पिक मिलाकर लोगों को खिला रहा था…जिहादियों से कुछ भी सामान खरीदेंगे तो आपकी जान जाने का रिस्क रहेगा।”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने फेसबुक पर कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 7 जुलाई 2022 को Gyan Bhandar नाम से फेसबुक पेज पर अपलोड मिली। डिस्क्रिप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह एक स्क्रिप्टेड ड्रामा है, जिसका मकसद लोगों को जागरूक करना है। वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “यह वीडियो एक पूर्ण कल्पना है, वीडियो में सभी घटनाओं को स्क्रिप्ट किया गया है और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है, यह किसी भी तरह की गतिविधि को बढ़ावा नहीं देता है या किसी भी तरह के अनुष्ठान को बदनाम नहीं करता है। वास्तविक व्यक्तियों, जीवित या मृत, या वास्तविक घटनाओं के साथ कोई समानता, विशुद्ध रूप से संयोग है।”

अधिक जानकारी के लिए हमने Gyan Bhandar पेज को चलाने वाले Rocky Ratnesh से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल दावा गलत है। यह वीडियो शिक्षा और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है। लोग इसे अब सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। हमने अपने फेसबुक पेज पर इस वीडियो को शेयर करते वक्स कैप्शन में साफ तौर पर लिखा हुआ है कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड है और जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया है। वीडियो में हार्पिक मिलाता नजर आ रहा शख्स हमारी टीम का एक कलाकार है।

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर DrHarish Joshi  के सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर के फेसबुक पर चार हजार नौ सौ से ज्यादा फ्रेंड्स मौजूद हैं। DrHarish Joshi गुजरात के अहमदाबाद शहर के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल गोलगप्पे के पानी में हार्पिक मिलते युवक का वीडियो स्क्रिप्टेड है। वीडियो जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, इसे कलाकारों द्वारा बनाया गया है।

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