Fact Check : रक्तदान पर व्यंग्य में लिखी गई रिपोर्ट को लोग सच मानकर कर रहे शेयर 

विश्वास न्यूज ने जब दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह कोई असली रिपोर्ट नहीं है, बल्कि  हास्य-विनोद के मकसद से लिखी गई एक व्यंग्य रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट को व्यंग्य रिपोर्ट्स को प्रकाशित करने वाली वेबसाइट ‘द फॉक्सी’ ने प्रकाशित किया था। 

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। रिपोर्ट में लिखा हुआ है कि खून डोनेट  करने गए युवक ने रक्तदान के बाद बिस्किट  न मिलने पर खुद के खून की शीशी फिर से पी डाली। सोशल मीडिया पर यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने जब दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह कोई असली रिपोर्ट नहीं है, बल्कि  हास्य-विनोद के मकसद से लिखी गई एक व्यंग्य रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट को व्यंग्य रिपोर्ट्स को प्रकाशित करने वाली वेबसाइट  ‘द फॉक्सी’ ने प्रकाशित किया था। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर पंकज जैन ने 22 फरवरी 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर किया था। रिपोर्ट पर लिखा हुआ है, “रक्तदान करने गये युवक ने रक्तदान के बाद बिस्कुट न मिलने पर खुद के खून की शीशी फिर से पी डाली।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान में यह रिपोर्ट ‘द फॉक्सी’ की वेबसाइट पर 14 जून 2019 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को पढ़कर समझा जा सकता है कि इसे हास्य-विनोद के मकसद से लिखा गया है। रिपोर्ट में हास्यात्मक भाषा का प्रयोग किया गया है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमने जब वेबसाइट के अबाउट अस सेक्शन को खंगाला तो पाया कि यह एक व्यंग्य वेब पोर्टल है। वेबसाइट पर साफ तौर पर लिखा हुआ है कि प्रकाशित खबरों में कोई सच्चाई नहीं है और यह सिर्फ मनोरंजन के मकसद से लिखी गई। 

अधिक जानकारी के लिए हमने  ‘द फॉक्सी’ से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। हमारी वेबसाइट पर मौजूद सभी स्टोरी काल्पनिक हैं और इनमें किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं हैं। हम अपने पाठकों से अनुरोध करते हैं, इन्हें गंभीरता से न लें। 

सोशल मीडिया पर पहले भी कई बार इस तरह की व्यंग्य रिपोर्ट वायरल हो चुकी हैं। विश्वास न्यूज ने पहले भी इस तरह के दावों की पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी है। रिपोर्ट्स को यहां पर पढ़ा जा सकता है। 

अंत में हमने यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि 50 से ज्यादा लोग यूजर को फ़ॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को राजस्थान का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने जब दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह कोई असली रिपोर्ट नहीं है, बल्कि  हास्य-विनोद के मकसद से लिखी गई एक व्यंग्य रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट को व्यंग्य रिपोर्ट्स को प्रकाशित करने वाली वेबसाइट ‘द फॉक्सी’ ने प्रकाशित किया था। 

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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