Fact Check: सलमान रुश्दी ने नहीं दिया मुसलमानों को लेकर यह बयान, दावा फर्जी है

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि सलमान रुश्दी ने मुसलमानों को लेकर वायरल किया जा रहा यह बयान नहीं दिया है। उन्होंने खुद भी ट्वीट कर इसे फर्जी बताया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी अक्सर मुसलमानों  और इस्लाम से जुड़े अपने बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में रहते हैं। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर रुश्दी के हवाले से एक बयान का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसमें मुसलामनों को लेकर आपत्तिजनक बात कही गई है। वायरल पोस्ट में सलमान रुश्दी की तस्वीर बनी है और नीचे उनका नाम लिखा है और दावा किया जा रहा है कि उन्होंने यह बयान मुसलमानों को लेकर दिया है।

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि सलमान रुश्दी ने मुसलमानों  को लेकर वायरल किया जा रहा यह बयान नहीं दिया है। उन्होंने  खुद भी ट्वीट कर इसे फर्जी बताया है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”मुसलमान चाहे पाकिस्तान में रहें या भारत में, नाइजीरिया में रहें या सीरिया में, चाहे वे गरीब हों या अमीर, अनपढ़ हों या शिक्षित, उनका एकमात्र लक्ष्य इस्लाम के नाम पर आतंकवाद, बम विस्फोट, जनसंख्या विस्फोट, दंगे और जिहाद द्वारा पूरे देश को नष्ट करना है।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने न्यूज सर्च किया। सर्च में हमें सलमान रुश्दी का ऐसा कोई बयान नहीं मिला। अगर ऐसा को भी स्टेटमेंट सच होता, तो कभी न कभी मीडिया में कवर जरूर किया गया होता।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हम सलमान रुश्दी के ट्विटर हैंडल पर पहुंचे, 6 अगस्त 2020 को एक ट्विटर यूजर को रिप्लाई देते हुए उन्होंने इस बयान को फर्जी बताया है।

वायरल पोस्ट से जुड़ी  पुष्टि के लिए हमने से दैनिक जागरण में अंतरराष्ट्रीय य ख़बरों को कवर करने वाले पत्रकार जेपी रंजन से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि रुश्दी अक्सर ऐसे बयान देते हैं,  जिसके बाद उनकी आलोचना होती है। हालांकि,  वायरल किया जा रहा यह स्टेटमेंट उनका नहीं है।

रुश्दी अपने आपत्तिजनक बयानों या किताबों के कुछ अंशों के लिए अक्सर ख़बरों में रहते हैं। कुछ ऐसे ही मामलों की खबरें यहां पढ़ी जा सकती हैं।

गौरतलब है कि अगस्त 2022 में सलमान रुश्दी पर न्यूयार्क में चाकू से जानलेवा हमला हुआ था, न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक कार्यक्रम में व्याख्यान देने गए रुश्दी को हमलावर ने कई मुक्के मारे, इसके बाद चाकू से कई वार किए।

इस हमले के बाद अगस्त 2022 में सलमान रुश्दी की मौत से जुडी अफवाह भी वायरल हुई थी, जिसका फैक्ट चेक विश्वास न्यूज़ की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।

फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि सलमान रुश्दी ने मुसलमानों को लेकर वायरल किया जा रहा यह बयान नहीं दिया है। उन्होंने खुद भी ट्वीट कर इसे फर्जी बताया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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