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Fact Check: लालू यादव की बेटी रोहिणी सिंगापुर में हैं, नहीं गईं बागेश्‍वर बाबा के दरबार में

राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य सिंगापुर में हैं। वह बागेश्‍वर बाबा के दरबार में नहीं गई हैं। उनके नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से धीरेंद्र शास्‍त्री से बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा दिलाने की मांग करता एक ट्वीट किया गया था। इस अकाउंट से कुछ अन्‍य ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा गया है। हालांकि, हम यह पुष्टि नहीं करते हैं कि यह ट्विटर अकाउंट रोहिणी आचार्य का है या नहीं।

Rohini Acharya, DHIRENDRA KRISHNA SHASTRI, Lalu Yadav, Patna,

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना में अपना दरबार लगाने के बाद वापस बागेश्‍वर धाम लौट गए हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को लेकर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें रोहिणी आचार्य और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तस्‍वीरों का कोलाज शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राजद के विरोध के बावजूद रोहिणी ने बागेश्‍वर बाबा के दरबार में पहुंचकर पर्ची लगाई।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। रोहिणी आचार्य इस समय सिंगापुर में हैं। वह धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में नहीं गई हैं। पोस्‍ट की गई रोहिणी आचार्य की तस्‍वीर भी पुरानी है, हाल की नहीं।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘तेज रफ़्तार योगी सरकार‘ (आर्काइव लिंक) ने 16 मई को तस्‍वीरों के कोलाज को शेयर करते हुए लिखा,

चमचे विरोध करने में व्यस्त थे और मालकिन खुद नतमस्तक होने चली गयी। लालू यादव की बेटी रोहिणी ने बागेश्वर बाबा के दरबार में लगाई पर्ची।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। इस बारे में पत्रिका में 14 मई 2023 को खबर छपी है। इसके मुताबिक, “धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बिहार का कार्यक्रम तय होने के बाद से राजद के कई मंत्री उनके विरोध में लगातार बयान दे रहे थे। वन-पर्यावरण मंत्री एवं लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने तो बाबा को एयरपोर्ट पर रोकने का एलान कर दिया था, लेकिन ऐसा कोई विरोध नहीं हुआ और धीरेन्द्र शास्त्री आराम से बिहार पहुंच गए। अब लालू की बेटी रोहिणी ने बिहार के लिए एक अर्जी लगाई है। रोहिणी ने ट्वीट कर धीरेंद्र शास्त्री को पर्ची वाले बाबा कहा है। उन्‍होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से अपने या परिवार के लिए गुजारिश नहीं की, बल्कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की बात की है। उन्‍होंने ट्वीट किया है, ‘पर्ची वाले बाबा से यहीं हमारी विनती है, बिहार के विशेष राज्‍य के दर्जे की मांग, हमारी करनी पूर्ति है..’। यह ट्वीट काफी वायरल हो रहा है। रोहिणी ने इस राजनीतिक मांग के जरिए उनकी केंद्र की भाजपा सरकार और बाबा की भाजपा सरकार से निकटता पर कटाक्ष किया है। बता दें कि लालू यादव को रोहिणी आचार्य ने किडनी दी थी।”

14 मई 2023 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, “रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री से बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा दिलाने की अर्जी लगाई है। उन्‍होंने ट्वीट में लिखा, ‘पर्ची वाले बाबा से यहीं हमारी विनती है, बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग हमारी करनी पूर्ति है..’। हालांकि, उन्‍होंने भाजपा नेताओं की बाबा बागेश्‍वर की आरती उतारते हुए फोटो भी शेयर की और उन पर निशाना साधा। रोहिणी ने एक ट्वीट कर दुष्‍कर्म मामले में सजा काट रहे आसाराम का भी जिक्र करते हुए लिखा, ‘हां आरती से याद आया वोटों की लालच में आसाराम को भी इनलोगों ने पूजनीय घोषित करके करोड़ों हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया था ..’।” हालांकि, हमें मीडिया रिपोर्टस में रोहिणी आचार्य के बागेश्‍वर बाबा के दरबार में जाने का कोई जिक्र नहीं मिला।

इसके बाद हमने उस ट्वीट को सर्च किया, जिसके जरिए रोहिणी आचार्य के अर्जी लगाए जाने का दावा किया जा रहा है। रोहिणी आचार्य के नाम से बने ट्विटर अकाउंट से 14 कई को यह ट्वीट (आर्काइव लिंक) किया गया है।

इस अकाउंट से इससे पहले कुछ ट्वीट्स में भाजपा पर निशाना साधा गया है। आर्काइव लिंक्‍स के लिए यहांयहां क्लिक करें।

रोहिणी आचार्य के नाम से यह अकाउंट नवंबर 2017 से सक्रिय है। इसके करीब 135.3 हजार फॉलोअर्स हैं, जबकि इस अकाउंट से 137 यूजर्स को फॉलो किया जाता है। इस अकाउंट को तेज प्रताप यादव, लालू प्रसाद यादव, बिहार सरकार के मंत्री प्रो. चंद्रशेखर और राजद नेता चितरंजन गगन के वेरिफाइड हैंडल फॉलो करते हैं।

इस अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए हमने चेक ब्‍ल्‍यू डॉट ओआरजी पर इस हैंडल को चेक किया। इस टूल से ट्विटर हैंडल की वेरिफिकेशन नहीं हो सकी।

हमने वेबैक मशीन पर इस हैंडल के बारे में सर्च किया। 22 मई 2021 से 27 मार्च 2023 तक इस अकाउंट को 8 बार सेव किया गया है। 7 जून 2022 को सेव किए गए पेज को देखने पर पता चलता है कि यह अकाउंट उस समय भी अनवेरिफाइड था, जबकि ट्विटर ने अप्रैल 2023 में ब्‍लू टिक हटा दिए थे। इस वजह से हम यह पुष्टि नहीं करते हैं कि यह ट्विटर अकाउंट रोहिणी आचार्य का है या नहीं।

इसके बाद हमने रोहिणी आचार्य की वायरल तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। 28 जनवरी 2021 को जनसत्‍ता ने रोहिणी आचार्य के बारे में फोटो गैलरी छापी है। इसमें वायरल तस्‍वीर का प्रयोग किया है। मतलब यह हालिया तस्‍वीर नहीं है। खबर में लिखा है कि रोहिणी सिंगापुर में रहती हैं। वह सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और अक्‍सर अपनी फोटो शेयर करती रहती हैं।

इस बारे में अधिक पुष्टि के लिए हमने राजद के प्रवक्‍ता मृत्‍युंजय तिवारी से संपर्क कर उनको वायरल दावा भेजा। उनका कहना है, “रोहिणी सिंगापुर में हैं। वह धीरेंद्र शास्‍त्री के दरबार में कैसे जा सकती हैं? वायरल दावा गलत है। वह धीरेंद्र शास्‍त्री के दरबार में दरबार में नहीं गई हैं।

तस्‍वीरों को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘तेज रफ़्तार योगी सरकार‘ की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। 19 नवंबर 2020 को बने इस पेज के करीब 10 लाख फॉलोअर्स हैं। यह पेज एक विचारधारा से प्रभावित है।

धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री से संबंधित अन्‍य फैक्‍ट चेक रिपोर्टस को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

निष्कर्ष: राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य सिंगापुर में हैं। वह बागेश्‍वर बाबा के दरबार में नहीं गई हैं। उनके नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से धीरेंद्र शास्‍त्री से बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा दिलाने की मांग करता एक ट्वीट किया गया था। इस अकाउंट से कुछ अन्‍य ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा गया है। हालांकि, हम यह पुष्टि नहीं करते हैं कि यह ट्विटर अकाउंट रोहिणी आचार्य का है या नहीं।

  • Claim Review : राजद के विरोध के बावजूद रोहिणी ने बागेश्‍वर बाबा के दरबार में पहुंचकर पर्ची लगाई।
  • Claimed By : FB User- तेज रफ़्तार योगी सरकार
  • Fact Check : झूठ
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