विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह सांप कोई असली सांप नहीं, बल्कि एक रोबोटिक सांप है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि हर साल बारिश के दौरान 15 फीट का ये सांप बुद्ध की मूर्ति से लिपट जाता है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह सांप कोई असली सांप नहीं, बल्कि एक रोबोटिक सांप है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल वीडियो में एक सांप को एक बुद्ध की मूर्ति से लिपटते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ लिखा है, “यहाँ हर साल बारिश मे एक 15 फीट का साँप भगवान बुद्ध की मुर्ति को ढ़क लेता है। इसकी सच्चाई पर विश्वास करने के लिए यह वीडियो देखे।”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
जांच के लिए हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें वायरल वीडियो संघा टीवी नाम के यूट्यूब चैनल पर 13 मई, 2017 को अपलोडेड मिला। वायरल वीडियो थोड़ा ब्लर था मगर यहाँ यह वीडियो काफी साफ़ दिख रहा था। इस वीडियो को ठीक से देखने पर साफ़ नज़र आता है कि वीडियो में दिख रहा सांप किसी सांप की तरह नहीं चल रहा, बल्कि ऐसा लग रहा है कि या तो इसे कोई पीछे से धक्का दे रहा है या वो बैटरी से रुक-रुक कर चल रहा है। साथ ही यहाँ कई जगह इस सांप की आँखों में लाल लाइट चमकती देखी जा सकती है, जो आम सांप में नहीं दिखता।
इस वीडियो के एक कमेंट में लिखा था “Its a budhist temple in sri lanka , man made robotic snake for tourist attraction… you have to buy tickets to view this nice and beautiful scenary. ” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “यह श्रीलंका में एक बौद्ध मंदिर है, पर्यटकों के आकर्षण के लिए मानव निर्मित रोबोटिक सांप … इस अच्छे और सुंदर दृश्य को देखने के लिए आपको टिकट खरीदना होगा। “
यहाँ से हिंट लेते हुए हमने गूगल पर ओपन कीवर्ड सर्च किया। हमें यही वीडियो Knowledge, News & Fun नाम के यूट्यूब चैनल पर 2017 में अपलोडेड मिला। इसके साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “श्रीलंका का एक लड़का मुचलिंडा कोबरा बनाने के लिए रोबोट तकनीक का उपयोग करता है”
हमें इससे मिलते-जुलते और भी कुछ वीडियो मिले, जिसके डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह रोबोटिक सांप हैं।
श्रीलंकन अख़बार द आइलैंड के डिजिटल संपादक कुमार मनकरने ने हमें बताया, “यह एक रोबोटिक सांप है। मान्यता के अनुसार, मुकलिंडा, मुचलिंडा या मुसिलिंडा एक नाग का नाम है, जिसने एनलाइटनमेंट के बाद गौतम बुद्ध की रक्षा की थी। इस मान्यता को दर्शाने के लिए श्रीलंका में कई जगह ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जहाँ मुकलिंडा की भूमिका एक रोबोटिक सांप निभाता है। जिसे रिमोट से संचालित किया जाता है।”
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं Vikas Pawar नाम के एक फेसबुक यूजर। सोशल स्कैंनिंग से पता लगा कि यूजर के फेसबुक पर 101,627 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। असल में यह सांप कोई असली सांप नहीं, बल्कि एक रोबोटिक सांप है।
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