Fact Check: विजयवाड़ा में मजार के सामने स्थित मंदिर के रेनोवेशन का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

विजयवाड़ा के मंदिर की पुरानी वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल की जा रही है। मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए उसको तोड़ा गया था। यह कार्य उसको विकसित करने के प्रोजेक्ट के तहत किया गया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया यूजर्स 20 सेकंड का एक वीडियो वायरल कर रहे हैं। इसमें एक भवन को तोड़ा जा रहा है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राजस्थान के बाद अब विजयवाड़ा में मंदिर को तोड़ा जा रहा है, जबकि मस्जिद को कुछ नहीं किया गया। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को भ्रामक पाया। कृष्णा पुष्करालु के समय मंदिर को रेनोवेशन के लिए तोड़ा गया था।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘पुनीत उपमन्यु’ (आर्काइव) ने 22 अप्रैल को वीडियो शेयर करते हुए लिखा, राजस्थान के बाद विकास के नाम पर अब विजयवाड़ा में मंदिर को तोड़ा जा रहा है वही बगल में मस्जिद को हाथ तक नही लगाया

ट्विटर यूजर @ajaychauhan41 (आर्काइव) ने भी वीडियो शेयर करते ऐसा ही दावा किया।

https://twitter.com/ajaychauhan41/status/1517365729083150336

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे सर्च किया। इसमें हमें ट्विटर यूजर @aapsingekar द्वारा शेयर किया गया वीडियो मिला। इस वायरल वीडियो को यूजर ने 5 मार्च 2020 को शेयर करते हुए लिखा है,
What a fall of people in Andhra please hang yourself in shame if anything left. As a part of Road Widening in Vijaywada they are demolishing a part of Shiva Temple but not even touching a brick of Mosque which is also in the middle of the road. (विजयवाड़ा में सड़क चौड़ीकरण के दौरान शिव मंदिर के एक हिस्से को ध्वस्त कर रहे हैं, जबकि मस्जिद की एक ईंट को भी नहीं छू रहे हैं, जो सड़क के बीच में है।)

https://twitter.com/aapsingekar/status/1235555555487318016

इसको और सर्च करने पर हमें फेसबुक यूजर Sri Rakesh Kurapati की प्रोफाइल पर न्यूजपेपर का स्क्रीनशॉट मिला। इसे 6 मार्च 2020 को पोस्ट किया गया है। न्यूजपेपर में वीडियो में दिख रहे भवन को देखा जा सकता है। गूगल लेंस की मदद से हमने इसे ट्रांसलेट किया। इसमें लिखा है, पताबस्ती स्थित विजयेश्वरा मंदिर में नवीनीकरण का काम शुरू हो चुका है। इस मंदिर को विजयेश्वरा मंदिर के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि यह शिव मंदिर उस जगह बना है, जहां अर्जुन ने भगवान शिव से पशुपतिनाथ पाने के लिए तपस्या की थी। रेवेन्यू विभाग ने इस प्रसिद्ध मंदिर को विकसित करने के लिए रकम जारी की है।

इस बारे में हमने विजयवाड़ा के डीपीआरओ से बात की। उनको वॉट्सऐप पर वायरल पोस्ट भी भेजी। उनका कहना है, ‘वर्ष 2016 में कृष्णा पुष्करालु के समय का यह मामला है। यह रेनोवेशन का मामला है। मंदिर को विकसित किया गया था। अब मंदिर बहुत सुंदर बन गया है।’

अब बात करते हैं राजस्थान के मामले की। 22 अप्रैल 2022 को jagran में छपी खबर के अनुसार, अलवर में तीन मंदिरों और कई दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया है। इनमें से एक 300 साल पुराना शिव मंदिर भी है।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘पुनीत उपमन्यु‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, नोएडा में रहते हैं।

निष्कर्ष: विजयवाड़ा के मंदिर की पुरानी वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल की जा रही है। मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए उसको तोड़ा गया था। यह कार्य उसको विकसित करने के प्रोजेक्ट के तहत किया गया था।

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