विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में रतन टाटा के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी साबित होता है। रतन टाटा ने जेएनयू से जुड़ा कोई बयान नहीं दिया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर उद्योगपति रतन टाटा के नाम से एक बयान वायरल हो रहा है। फर्जी बयान JNU से जुड़ा हुआ है। विश्वास न्यूज़ ने जब इस बयान की पड़ताल की तो हमें पता चला कि रतन टाटा की तरफ से ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया गया है। वायरल किया जा रहा स्टेटमेंट पूरी तरह से फर्जी है।
फेसबुक यूजर Vivek Kumar Anshu Swaraj ने Biharsharif ग्रुप से 9 जनवरी को एक तस्वीर शेयर की, जिसमें रतन टाटा की तस्वीर को देखा जा सकता है। तस्वीर के नीचे लिखा है, ‘‘जेएनयू पर हमला करने वाला कोई भी मुसलमान नहीं है इससे यह साबित होता है की इस देश में असली दुश्मन मुसलमान नहीं, ब्राह्मणवादी हैं’’।
रतन टाटा के बयान की हकीकत जानने के लिए हमने सबसे पहले न्यूज़ सर्च किया। रतन टाटा जैसी बड़ी शख्सियत अगर कोई बयान देती हैं तो सबसे पहले वह ख़बरों में आता है। इसके लिए हमने गूगल पर अलग-अलग कीवर्ड डाल कर खबर को सर्च करने की कोशिश की, लेकिन हमारे हाथ रतन टाटा का ऐसा कोई बयान नहीं लगा।
अब हम रतन टाटा के ट्विटर हैंडल @RNTata2000 पर गए लेकिन वहां भी हमें जेएनयू से जुड़ा कोई बयान नहीं मिला।
हमें उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी ऐसा कोई बयान नहीं मिला।
अब हमने सीधे टाटा ट्रस्ट के कॉपोरेट कम्युनिकेशन पेर्सोनेल बॉब जॉन को मेल किया। जिस पर जवाब देते हुए उन्होंने बताया, ‘‘रतन टाटा ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। हम इस पोस्ट को पूरी तरह से खारिज करते हैं’’’। टाटा ट्रस्ट का जवाब आप नीचे पढ़ सकते हैं।
अब बारी थी रतन टाटा से जुड़े फर्जी बयान को वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Vivek Kumar Anshu Swaraj की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि इस यूजर का तालुक बिहार से है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में रतन टाटा के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी साबित होता है। रतन टाटा ने जेएनयू से जुड़ा कोई बयान नहीं दिया है।
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