Fact Check: रतन टाटा ने नहीं दिया मुकेश अंबानी को लेकर यह बयान, फर्जी पोस्ट हुई वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि रतन टाटा ने मुकेश अंबानी से खुद को कम्पेयर करते हुए ऐसा बयान कभी नहीं दिया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़). सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि ”एक बार रिपोर्टर ने रतन टाटा से पूछा कि मुकेश अंबानी एशिया में सबसे अमीर हैं रतन टाटा क्यों नहीं। जिस पर जवाब देते हुए रतन टाटा ने कहा कि हम इंडस्ट्रियलिस्ट हैं, बिज़नेसमैन नहीं। मैं इंडिया को एक इकोनॉमिक सुपरपावर नहीं, बल्कि एक खुशहाल देश के तौर पर देखना चाहता हूँ।”

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि रतन टाटा ने मुकेश अंबानी से खुद को कम्पेयर करते हुए ऐसा बयान कभी नहीं दिया। विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए टाटा ट्रस्ट ने भी इस पोस्ट को गलत बताया है। इसके अलावा ‘मैं इंडिया को एक इकोनॉमिक सुपरपावर नहीं, बल्कि एक खुशहाल देश के तौर पर देखना चाहता हूँ।” यह कोट जेआरडी टाटा का है, जिसको गलत संदर्भ में फ़र्ज़ी तरीके से वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘एक बार रिपोर्टर ने रतन टाटा से पूछा कि मुकेश अंबानी एशिया में सबसे अमीर हैं, रतन टाटा क्यों नहीं। जिस पर जवाब देते हुए रतन टाटा ने कहा कि हम इंडस्ट्रियलिस्ट हैं, बिज़नेसमैन नहीं। मैं इंडिया को एक इकोनॉमिक सुपरपावर नहीं, बल्कि एक खुशहाल देश के तौर पर देखना चाहता हूँ।’

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च किया और वायरल पोस्ट के अलग-अलग कीवर्ड से खबरों को तलाश करना शुरू किया। सर्च में टाटा ग्रुप के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर 27 जुलाई 2012 को किया हुआ एक ट्वीट मिला, जिसमें वायरल पोस्ट की ही एक लाइन दिखी जा सकती है- ‘”I do not want India to be an economic superpower. I want India to be a happy country.”—JRD Tata.’ इस ट्वीट से यह साफ़ हो गया कि वायरल पोस्ट में रतन टाटा के नाम से वायरल की जा रही लाइन दरअसल जेआरडी टाटा का कोट है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने न्यूज़ सर्च किया और यह जानने की कोशिश की कि क्या रतन टाटा ने मुकेश अंबानी को लेकर कोई ऐसा बयान दिया है। सर्च में हमें वायरल पोस्ट जैसा कोई बयान और इंटरव्यू नहीं मिला।

हमने रतन टाटा के वेरिफाइड ट्विटर और फेसबुक पेज को भी खंगाला, लेकिन वहां भी हमें ऐसा कुछ नहीं मिला।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने टाटा ट्रस्ट से ईमेल के ज़रिये संपर्क किया और वायरल पोस्ट शेयर की। हमारे मेल का जवाब देते हुए बॉब जॉन ने बताया, ‘वायरल पोस्ट फर्जी है, रतन टाटा ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।’

फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Karthik Er तमिलनाडु का रहने वाला है और इस प्रोफाइल से ज़्यादातर ट्रेडिंग पोस्ट शेयर की जाती हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि रतन टाटा ने मुकेश अंबानी से खुद को कम्पेयर करते हुए ऐसा बयान कभी नहीं दिया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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