Fact Check : सीकर के श्‍मशान घाट में नहीं हुआ महिला के अधजले शव के साथ रेप, फर्जी पोस्‍ट वायरल

दावा पूरी तरह बेबुनियाद है। इस तरह कोई भी घटना नहीं हुई है। इसे लेकर सीकर पुलिस की ओर से भी विस्‍तार से ट्विटर पर जानकारी दी गई है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में राजस्‍थान के सीकर जिले के ‘अजीतगढ़ के श्‍मशान घाट में एक महिला के अधजले शव के साथ रेप’ के दावे के साथ कई पोस्‍ट वायरल हो रही हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि पांच लोगों ने चिता से शव निकालकर रेप किया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। पता चला कि ऐसी पोस्‍ट फेसबुक, वॉट्सऐप, ट्विटर पर काफी वायरल है। पड़ताल में पता चला कि वायरल पोस्‍ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह बेबुनियाद है। इस तरह कोई भी घटना नहीं हुई है। इसे लेकर सीकर पुलिस की ओर से भी विस्‍तार से ट्विटर पर जानकारी दी गई है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मुस्तफा अहमद ने 30 अप्रैल को एक खबर का लिंक शेयर करते हुए दावा किया, “राजस्थान के सीकर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है जहां 5 हैवानों ने एक जलती हुई चिता से शव निकालकर रेप किया है इस मामले मे पुलिस ने शंकर लाल, बाबू लाल, राजू कुमार, दिपक, हरि सिंह इन पांच लोगों को पकड़ा है ने इन पांच आरोपियों में से शंकर लाल सरकारी टीचर है शंकर लाल गांव के ही सरकारी स्कूल का टीचर बताया गया है वह नजर रखता था कि गांव में किसकी मौत हुई है! घटना 10 -12 दिन पहले की है,,, पढ़िए अरविंद रघुवंशी की ये रिपोर्ट।”

https://twitter.com/SpeakMdAli/status/1652607063145742336

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्‍ट के साथ मौजूद न्‍यूज के लिंक को क्लिक किया। यहां पता चला कि एशियानेट नाम की वेबसाइट ने संबंधित खबर को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। विश्‍वास न्‍यूज ने गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल करते हुए संबंधित खबर को सर्च करना शुरू किया। यदि शव के साथ रेप जैसी कोई घटना हुई होती तो देश के प्रमुख अखबार, न्‍यूज चैनल और न्‍यूज वेबसाइट इसे जरूर कवर करते। हमें एक भी प्रतिष्ठित संस्‍थान से जुड़ी वेबसाइटों पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली। हालांकि, श्‍मशान घाट पर मारपीट से जुड़ी कुछ खबरें जरूर मिली। हिंदी न्‍यूज 18 डॉट कॉम पर प्रकाशित एक खबर और उसके यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो में दावा किया गया कि सीकर के अजीतगढ़ के श्मशान घाट में 6 से ज्यादा तांत्रिकों की लोगों ने जामकर धुनाई की। इसे 18 अप्रैल को पब्लिश किया गया था। पूरी खबर यहां मौजूद है।

सर्च के दौरान भास्‍कर डॉट कॉम पर प्रकाशित एक खबर मिली। इस न्‍यूज में पूरे मामले के बारे में विस्‍तार से बताया गया। इसमें लिखा गया, “सीकर में संतों को तांत्रिक क्रिया कराने के शक में रस्सी से बांधकर पीटने का मामला सामने आया। लोगों ने गांव के एक सरकारी टीचर की भी पिटाई कर दी। मामला सीकर जिले के अजीतगढ़ थाना क्षेत्र के गांव गढ़टकनेत का है। अजीतगढ़ थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि जयपुर के शाहपुरा क्षेत्र के गांव खोरी में तीन दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया गया था। आयोजन का मंगलवार देर रात समापन हुआ। महायज्ञ में गढ़टकनेत के रहने वाले सरकारी टीचर शंकरलाल भी गए थे। महायज्ञ में यूपी से आने वाले कई संत शंकरलाल के जानकार हैं और शंकरलाल ने उन्हें गुरु बना रखा है। यह संत पिछले 10 साल से शंकरलाल के पास उनके घर आते हैं। शंकरलाल मंगलवार देर रात करीब 12 बजे संतों को अपने घर गढ़टकनेत में लेकर आ रहा था। घर लाने से पहले शंकर संतों को अपने खेत में घुमाने के लिए ले गया। उनका खेत गांव के श्मशान घाट के पास ही है। 4 संत और टीचर गाड़ी से उतरकर खेत में जा रहे थे। इस दौरान गांव के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और हंगामा करना शुरू कर दिया।” पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे सीकर पुलिस के आधिकारिक हैंडल का रूख किया। वहां हमें एक मई को सीकर पुलिस का एक रिप्‍लाई मिला। एक फर्जी पोस्‍ट पर रिप्‍लाई करते हुए सीकर पुलिस ने लिखा, उक्त घटना मिथ्या एव भ्रामक है। शव को चिता दाह संस्कार के 3 दिन बाद बाहर से आए व्यक्ति अपने परिचित से मिलने इलाके में आए जिस से ग्रामीणों ने संदिग्ध समझकर मारपीट की गई। जिसपर थाना अजीतगढ़ द्वारा मौके पर पहुंच विधिक कार्यवाही की गई। दुष्कर्म जैसी घटना नही होना पाई गई।

https://twitter.com/SikarPolice/status/1652869663381164032

सीकर पुलिस की ओर से फर्जी पोस्‍ट करने वाले कई यूजर्स को ऐसा ही जवाब दिया गया। इसमें साफ लिखा गया कि इस तरह की झूठी सूचना वायरल करने वालों के खिलाफ कार्यवाही प्रारंभ की जा रही है।

https://twitter.com/SikarPolice/status/1652687292484714496

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए सीकर के पुलिस अधीक्षक करण शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने विस्‍तार से पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 15 अप्रैल को एक महिला के अंतिम संस्‍कार के बाद 18 तारीख की रात कुछ लोग बगल के गांव जा रहे थे। उसमें एक साधु भी था। कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी थी। शव के साथ दुष्‍कर्म वाली बात पूरी तरह फर्जी और बेबुनियाद है।

अब बारी थी फर्जी खबर को वायरल करने वाले यूजर की जांच की। यूजर मुस्‍तफा अहमद के फेसबुक पर नौ हजार से ज्‍यादा फॉलोअर हैं। यह अकाउंट अक्‍टूबर 2019 को बनाया गया था। इससे ज्‍यादा जानकारी इनके अकाउंट पर नहीं मिली।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में श्‍मशान घाट में महिला के अधजले शव के साथ रेप का दावा फर्जी साबित हुआ। ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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