Fact Check: रमण महर्षि की फोटो को वायरल कर किया जा रहा गलत दावा

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो रमण महर्षि की है, साईं बाबा की नहीं। रमण महर्षि का 14 अप्रैल 1950 को निधन हो गया था। यह फोटो उसी समय की है।

Fact Check: रमण महर्षि की फोटो को वायरल कर किया जा रहा गलत दावा

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो को पोस्ट कर रहे हैं। इसमें बुजुर्ग शख्स पर कई मालाएं डाली गई हैं और आसपास उनके कई अनुयायी खड़े हैं। फोटो पर ऊपर लिखा है, ‘रियल फोटो बाबा के’ और नीचे की तरफ लिखा है, ‘साईं राम’‘MERE SAI DEV’

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल फोटो रमण महर्षि की है। उनकी फोटो वायरल कर गलत दावा किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Vasili Amarnath ने 23 जनवरी को इस फोटो को पोस्ट किया।

फेसबुक पर कई यूजर्स ने इस फोटो को पोस्ट किया है।

पड़ताल

वायरल फोटो की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल से इसको सर्च किया। इसमें हमें luthar पर 15 मार्च 2017 को प्रकाशित आर्टिकल का लिंक मिला। इसमें वायरल फोटो अपलोड है। आर्टिकल के मुताबिक, 14 अप्रैल 1950 को रमण महर्षि ने समाधि ले ली थी। 15 अप्रैल को हजारों लोगों ने उनको श्रद्धांजलि दी थी। 16 अप्रैल 1950 को कई तमिल और अंग्रेजी अखबारों ने महर्षि के निधन की खबर छापी थी।

इस बारे में और सर्च करने पर हमें अरुणाचला आश्रम की आर्काइव मिली। इसमें न्यूजलेटर में भी यह फोटो देखी जा सकती है। फोटो के कैप्शन में लिखा है, Mahasamadhi of Bhagwan (भगवान की महासमाधि)। न्यूजलेटर में जिक्र किया गया है कि 15 अप्रैल 1950 को The New York Times ने रमण महर्षि के महानिर्वाण की खबर छापी थी।

इसकी और पुष्टि के लिए हमने गूगल आकाईव में जाकर उस समय The New York Times में छपी खबर को तलाशा। इसमें हमें 16 अप्रैल 1950 को छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, भारत ने आज अपना एक महान संत रमण महर्षि को खो दिया। कल रात रमण महर्षि का 71 वर्ष की आयु में पुडुचेरी के पास तिरुवन्नामलाई स्थित उनके आश्रम में निधन हो गया।

इसके बाद हमने रमण महर्षि के आश्रम में संपर्क साधा। उनका कहना है, साईं बाबा और रमण महर्षि अलग-अलग हैं। यह फोटो रमण महर्षि की है।

रमण महर्षि की फोटो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Vasili Amarnath की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह तेनाली में रहते हैं।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो रमण महर्षि की है, साईं बाबा की नहीं। रमण महर्षि का 14 अप्रैल 1950 को निधन हो गया था। यह फोटो उसी समय की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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