Fact Check : पीएम मोदी की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके जोड़ी गई राम रहीम की तस्वीर

विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी की वायरल तस्वीर एडिटेड साबित हुई। असली तस्‍वीर में उन्‍होंने सिक्‍कों का एक फ्रेम पकड़ा हुआ था। इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके अलग से गुरमीत राम रहीम की फोटो जोड़कर वायरल की जा रही है।

नई दिल्‍ली (विश्वास न्‍यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें उन्हें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की तस्‍वीर वाला एक फोटो फ्रेम पकड़े हुए दिखाया गया है। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर यह तस्‍वीर वायरल है। यूजर्स इसे सच मानकर वायरल कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। पता चला कि पीएम मोदी की वायरल फोटो एडिटेड है। एडिटिंग करके उनके हाथों में गुरमीत राम रहीम वाले फोटो फ्रेम को जोड़ा गया है। वहीं,असली तस्वीर में पीएम मोदी ने विभिन्न भारतीय सोने के सिक्कों का फ्रेम पकड़ा हुआ था। असली तस्वीर दिल्‍ली में 2015 में हुए एक आयोजन की है। इसे ही एडिट करके गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में

इंस्टाग्राम हैंडल ‘sweety_insan90’ ने 24 अप्रैल को फोटो शेयर की है। फोटो के ऊपर लिखा है , “देश में यही है, जो सारी समस्याओं को आसानी से निपटा सकते हैं।”

पीएम मोदी की दूसरी एडिटेड तस्वीरों को भी कई अन्य यूजर शेयर कर रहे हैं। किसी तस्वीर में उनके हाथ में साईं बाबा, सत्य साईं बाबा और प्रमुख स्वामी महाराज की फोटो फ्रेम है। वायरल पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पीएम मोदी की वायरल तस्वीर की सच्चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल का इस्तेमाल किया। इस दौरान असली तस्वीर हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल पर मिली। 5 नवंबर 2015  को किए गए ट्वीट में लिखा था, “गर्व का क्षण… अशोक चक्र वाले भारतीय सोने के सिक्कों का शुभारंभ।” ट्वीट को यहां देखे।

सर्च के दौरान हमें प्रधानमंत्री की आधिकारिक वेबसाइट पर भी असली तस्वीर मिली। 5 नवंबर 2015 को प्रकाशित खबर में इस्तेमाल तस्वीर में प्रधानमंत्री के साथ तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली और निर्मला सीतारमण भी मौजूद हैं। ये तस्वीर नवंबर 2015 को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम की है, जहां सरकार ने सोने से संबंधित कई योजनाएं शुरू की थी। इसी तस्वीर को अब एडिट कर वायरल किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम का वीडियो पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी देखा जा सकता है। वीडियो को पांच नवंबर 2015 को अपलोड किया गया था।

वायरल तस्वीर को लेकर हमने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “यह तस्वीर एडिटिंग की मदद से तैयार की गई है।”

पड़ताल के अंत में हमने वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल की सोशल स्कैनिंग की। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर को इंस्टाग्राम पर 715 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी की वायरल तस्वीर एडिटेड साबित हुई। असली तस्‍वीर में उन्‍होंने सिक्‍कों का एक फ्रेम पकड़ा हुआ था। इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके अलग से गुरमीत राम रहीम की फोटो जोड़कर वायरल की जा रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
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